Darbhanga News: दरभंगा. लनामिवि के एजुकेशन विषय में पीएटी के सफल 150 छात्रों को साक्षात्कार का इंतजार है. इन्हें विश्वविद्यालय ने अभी तक चयनपत्र जारी नहीं किया है और न ही साक्षत्कार की तिथि निर्धारित की है. जानकारी के अनुसार पीएचडी कोर्स वर्ग में नामांकन के लिये 40 सीट अधिसूचित है. इसके विरुद्ध अर्हताधारी 150 अभ्यर्थी साक्षात्कार के इंतजार में हैं.
अधिकांश विषय में साक्षात्कार संपन्न
बता दें कि रसायन विज्ञान, गणित एवं जंतु विज्ञान का छोड़ कर अन्य सभी विषयों का साक्षात्कार पूरा हो चुका. केवल एजुकेशन ही ऐसा विषय है, जिसके साक्षात्कार की तिथि निर्धारित नहीं हो सकी है. विलंब को लेकर शिक्षा जगत से जुड़े लोगों के बीच तरह- तरह की चर्चा है. कुछ का कहना है कि चार माह से शिक्षा संकायाध्यक्ष का पद रिक्त रहने के कारण पीएचडी एडमिशन टेस्ट के अभ्यर्थियों के साक्षात्कार की तिथि निर्धारित नहीं हो पा रही है. वहीं दूसरी ओर यह भी चर्चा है कि प्रावधान के अनुसार लनामिवि में एजुकेशन का पीजी विभाग नहीं होने के कारण पीएचडी होना ही नहीं चाहिए.बिना पीजी विभाग के पीएचडी काेर्स
जानकारी के अनुसार पीएचडी केवल उन विषयों में ही हो सकता है, जिसका विवि में पीजी विभाग हो तथा मान्यता प्राप्त पीजी कोर्स संचालित हो. इस मानक पर लनामिवि खड़ा नहीं उतर रहा है. ऐसी स्थिति में यहां शिक्षाशास्त्र विषय में पीएचडी काेर्स का संचालन सवाल खड़ा कर रहा है. बीएन मंडल विश्वविद्यालय में इसी तरह से चल रहे अवैध कोर्स को वर्तमान कुलपति ने बंद कर दिया है. भागलपुर विश्वविद्यालय में भी इस विषय में पीएचडी पर रोक है.यूजीसी रेगुलेशन के विरुद्ध बनते गाइड
यूजीसी रेगुलेशन के अनुसार गाइड वही शिक्षक बन सकते हैं, जो सरकार से यूजीसी पे-स्केल पर स्थायी तौर पर अंगीभूत कॉलेज/विश्वविद्यालय विभाग में नियुक्त हों. निजी कॉलेज के शिक्षक गाइड नहीं बन सकते. बावजूद यहां निजी कालेजों के शिक्षक ही अधिकांशत गाइड भी बनते आ रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है