Darbhanga News: कमतौल/ जाले. रामकथा सुनने से मनुष्य को मानसिक शांति मिलती है, जीवन में सकारात्मकता आती है, दुखों का नाश होता है. ये बातें तीर्थस्थल गौतमाश्रम में गोलोकवासी महंत महावीर शरण दासजी के प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा के पहले दिन मंगलवार को साध्वी दीदी भक्ति प्रभा ने कही. उन्होंने कहा कि रामकथा मनुष्य को मर्यादा में रहना सिखाती है और सही मार्गदर्शन प्रदान करती है, जिससे उसका लोक और परलोक सुधर जाता है. उन्होंने कहा कि रामकथा एक महान कथा है, जो हमें जीवन के सत्य, धर्म और कर्मों का ज्ञान कराती है. यह कथा हमें भगवान राम के आदर्श जीवन से परिचित कराती है और हमें सिखाती है कि कैसे हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं. रामकथा एक कल्पवृक्ष के समान है, जिससे मनुष्य अपनी सभी इच्छाओं की पूर्ति कर सकता है. दीदी ने कहा कि मिथिलावासियों ने प्रभु राम से जो प्रेम किया है, वह किसी ने नहीं किया. प्रसंगवश कहा कि प्रेम अनमोल है. भगवान का प्रेम बिना किसी शर्त के होता है. उनका प्रेम किसी भी लगाव और स्नेह से परे है. यह किसी भी तरह की अपेक्षा के बिना है. भगवान का प्रेम सभी पर निरंतर, बिना किसी बाधा के, बिना किसी शर्त के, बदले में कुछ पाने की अपेक्षा के बिना बहता है. उन्होंने इसे गीत के माध्यम से जीवंत किया. गौतमाश्रम में आयोजित रामकथा को सुनने के लिए आसपास गांव के सैंकड़ों श्रद्धालु पहुंचे थे.
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