Darbhanga News: दरभंगा. यह मेरे लिए एक भावनात्मक क्षण है, कारण मेरे जीवन का अधिकांश समय मिथिला की पावन धरती दरभंगा में बीता है. दरभंगा से मेरा लगाव जीवन भर रहेगा. यहां से मैंने बहुत कुछ सीखा है और बहुत कुछ अनुभव किया है. ये बातें दरभंगा न्यायमण्डल के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनोद कुमार तिवारी ने रविवार को दरभंगा बार एसोसिएशन की ओर से आयोजित विदाई समारोह को संबोधित करते हुए कही. तिवारी ने कहा कि दरभंगा जजशिप में बिताए गए समय को हमेशा याद रखूंगा. बाल्यकाल से ही मिथिला में दरभंगा से भावनात्मक रूप से लगाव रहा है और सेवा के अंतिम समय में भी दरभंगा जजशिप से सेवानिवृत्त हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि युवा अधिवक्ता को विधि के क्षेत्र में ईमानदारी से मेहनत करने की आवश्यकता है. ईमानदारी से किये गए मेहनत के बल पर हैं वे आगे बढ़ सकते है. तनिक लाभ के लिए वे राह से न भटकें. इससे पूर्व वकालतखाना भवन में महासचिव कृष्ण कुमार मिश्र और अध्यक्ष चंद्रधर मल्लिक ने अधिवक्ताओं की उपस्थिति में तिवारी को अंगवस्त्र और मिथिला के परंपरानुसार पाग एवं पुष्प की माला पहना कर विदाई दी. एसोसिएशन के पदाधिकारियों मुरारी लाल केवट, अनिल कुमार मिश्र, जितेन्द्र नारायण झा, सुधीर कुमार चौधरी, रतन कुमार झा, अनिल प्रसाद, अमरनाथ झा, अरुण कुमार चौधरी, सुरेंद्र कुमार चौधरी, विष्णुकांत चौधरी, गौड़ीशंकर चौधरी, प्रदीप शांडिल्य, संजय कुमार झा, जवाहर प्रसाद, सुरेंद्र पासवान, युगल किशोर मिश्र, पंकज कुमार, अनिल कुमार राय, भवनाथ मिश्र, मनीष कुमार सिंहा, राम उदित झा आदि अधिवक्ताओं ने भावभीनी विदाई दी. महासचिव मिश्र ने कहा कि बार एसोसिएशन भवन निर्माण के लिए तिवारी ने काफी प्रयास किया. दूसरी ओर न्यायाधीश विनोद कुमार तिवारी दम्पती को अधिवक्ताओं ने विदाई दी. समारोह में लोक अभियोजक अमरेंद्र नारायण झा, अपर लोक अभियोजक चक्रपाणि चौधरी, बार एसोसिएशन के महासचिव ने दंपती को अंगवस्त्र प्रदान कर विदाई दी. विदित हो कि तिवारी 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं.
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