Bihar News: दरभंगा शहर के लिए यातायात व्यवस्था को सुगम और आधुनिक बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है. बुधवार को पटना में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, बिहार राज्य पथ निर्माण निगम के एमडी शीर्षत कपिल सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इस बैठक में दरभंगा में चल रही और प्रस्तावित रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) तथा एलिवेटेड कॉरिडोर परियोजनाओं की समीक्षा की गई.
दोनार आरओबी और एलिवेटेड कॉरिडोर को मिली हरी झंडी
बैठक में खासतौर पर दोनार आरओबी और दरभंगा रेलवे स्टेशन से आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे तक के एलिवेटेड कॉरिडोर पर चर्चा हुई. कर्पूरी चौक से एकमी चौक तक (वाया लहेरियासराय टावर, लोहिया चौक) के रास्ते को अपग्रेड करने और एलिवेटेड कॉरिडोर के लिए निविदा प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा कर निर्माण कार्य शुरू करने पर सहमति बनी.
1868.87 करोड़ रुपये की मिली स्वीकृति
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए राज्य सरकार ने बिहार कैबिनेट से 1868.87 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत कर दी है. यह परियोजना दरभंगा के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी.
जाम की समस्या से मिलेगा स्थायी समाधान
दोनार आरओबी दरभंगा के सबसे व्यस्त क्षेत्रों में आता है, जहां ट्रैफिक जाम आम समस्या है. मंत्री सरावगी ने बताया कि आरओबी निर्माण से जुड़ी सभी बाधाएं समाप्त हो चुकी हैं और अब इसका कार्य तेजी से जमीन पर दिखाई देने लगेगा. यह पुल न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि हजारों यात्रियों को रोजाना राहत देगा.
अन्य आरओबी पर भी हुई प्रगति की समीक्षा
बैठक में दरभंगा शहर के अन्य प्रमुख आरओबी – दिल्ली मोड़, पंडासराय, चट्टी चौक और कंगवा गुमटी – की प्रगति पर भी गहन समीक्षा की गई. इन आरओबी की मांग वर्षों पुरानी रही है और अब इनका निर्माण कार्य समयबद्ध ढंग से पूरा करने पर जोर दिया गया.
मंत्री सरावगी की व्यक्तिगत निगरानी
राजस्व मंत्री सरावगी ने कहा कि वह इन सभी परियोजनाओं की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं ताकि किसी भी तरह की अड़चन समय रहते दूर की जा सके. उन्होंने कहा कि दरभंगा को जाम से मुक्ति दिलाने और उसे आधुनिक शहर के रूप में विकसित करने का संकल्प अब मूर्त रूप ले रहा है. जनता के सहयोग से यह परिवर्तन संभव हो रहा है.