निजी जमीन बता निर्माण कार्य में अवरोध उत्पन्न करनेवालों को भेज दी गयी नोटिस
जिलाधिकारी ने निर्माण स्थल पर पुलिस की तैनाती का दिया निर्देशबेनीपुर. गत ढाई साल से अधर में अटके बेनीपुर बाइपास सड़क निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया है. इसे लेकर शुक्रवार को डीएम कौशल कुमार ने पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं के साथ बाइपास स्थल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को शीघ्र निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. साथ ही एसडीओ मनीष कुमार झा को सड़क निर्माण में अवरोध उत्पन्न न हो, इसके लिए कार्य स्थल पर पुलिस बलों की तैनाती सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. विदित हो कि बेनीपुर मुख्य बाजार के विभिन्न सड़कों पर वाहनों के बढ़ते दवाब से उत्पन्न जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए तीन साल पूर्व बाइपास निर्माण प्रारंभ किया गया था. हालांकि कुछ स्थानीय लोगों द्वारा निजी जमीन होने की बात कह निर्माण कार्य बाधित कर दिया गया था. इस कारण निर्माण अवधि की समय-सीमा समाप्त होने के लगभग दो साल बीत जाने के बावजूद बाइपास सड़क का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है. इस आशय से संबंधित खबर लगातार प्रभात खबर में प्रकाशित होने पर अधिकारियों की नींद खुली. जिलाधिकारी स्वयं निर्माण स्थल का मुआयना कर पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता व स्थानीय प्रशासन को पुलिस बलों की तैनाती के बीच लंबित कार्य शीघ्र पूरा करने का सख्त निर्देश दिया. डीएम ने कहा कि सभी लोगों को नोटिस जारी कर दी गयी है. सड़क निर्माण कार्य में अवरोध उत्पन्न करनेवालों पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. विदित हो कि जरिसो चौक से भरत चौक तक बाइपास सड़क निर्माण कार्य लगभग तीन साल पूर्व प्रारंभ किया गया था. कार्य समाप्ति की तिथि 24 मार्च 2024 निर्धारित थी, लेकिन कुछ स्थानीय लोगों द्वारा निजी जमीन होने का दावा करते हुए निर्माण कार्य रोक दिया गया था. इस कारण निर्माण एजेंसी आस्था एंड सौम्या कंस्ट्रक्शन आधा-अधूरा काम छोड़कर चली गयी. डीएम के आदेश के बाद अब लोगों में बाइपास निर्माण कार्य पूरा होने की आस जगी है. इस दौरान डीएम ने बेनीपुर में बनने वाली ओवर ब्रिज निर्माण स्थल का भी मुआयना किया. मौजूद अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिया. मौके पर एसडीओ झा के अलावा बीडीओ प्रवीण कुमार, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता शंभु कुमार, सहायक अभियंता बिट्टू कुमार आदि मौजूद थे.
15 मुकदमों को मध्यस्थता के लिए भेजा, नौ मुकदमों में कार्यवाही सफल
फोटो संख्या-20परिचय-मध्यस्थता के माध्यम से वादों का निबटारा करते न्यायिक अधिकारी रोहित कुमार गुप्ता.बेनीपुर. समझौता योग्य मुकदमों के निस्तारण के लिए व्यवहार न्यायालय में मध्यस्थता प्रक्रिया चल रही है. प्रशिक्षित मध्यस्थ सह सिविल जज रोहित कुमार गुप्ता ने बताया कि यह अभियान पक्षकारों के लिए एक सुनहरा मौका है. बंटवारे के मुकदमे, पारिवारिक विवाद के मुकदमे, चेंक बाउंस, दुर्घटना दावा, सुलह योग्य आपराधिक मुकदमे जैसे मामलों को मध्यस्थता के जरिए सुलझाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिस मामले में पक्षकारों के बीच सुलह-समझौता हो गया हो या समझौता कराना चाहते हो, वे अपने मुकदमे को मध्यस्थता के जरिए निबटाने के लिए न्यायालय में आवेदन कर सकते हैं. उनका मामला मध्यस्थता के जरिए निबटाने योग्य होगा तो न्यायालय द्वारा उनके केस को सुलह-समझौता के लिए मध्यस्थता केंद्र भेज दिया जाएगा. न्यायालयों द्वारा भी मध्यस्थता योग्य मुकदमों का चयन कर पक्षकारों को नोटिस जारी किया जा रहा है. सिविल जज ने कहा कि मध्यस्थता की कार्यवाही प्रतिदिन चल रही है. अभी तक 15 मुकदमों को मध्यस्थता के लिए भेजा गया है. इसमें नौ मुकदमों में मध्यस्थता की कार्यवाही सफल हुई है. पक्षकारों के बीच सुलह-समझौता कराया गया है. उन्होंने कहा कि यह अभियान 30 सितंबर तक चलेगा. मध्यस्थता केंद्र में प्रशिक्षित मध्यस्थ अधिवक्ता रामानंद चौधरी द्वारा भी सुलह-समझौता कराया जा रहा है.
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