Darbhanga Airport : पटना. दरभंगा एयरपोर्ट पर एक से दो माह के अंदर नाइट लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी. कैट -टू लगाने का काम टाटा कंपनी कर रही है. यह काम हर हाल में दुर्गा पूजा से पहले पूरा कर लिया जायेगा. इस बात की जानकारी सांसद गोपाल जी ठाकुर ने दी है. एयरपोर्ट पर चल रहे विकास कार्यों का जायजा लेने पहुंचे सांसद ने कहा है कि दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के मानक के अनुसार बनाया जा रहा है. 912 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे न्यू टर्मिनल परियोजना को समय से पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद दरभंगा एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ान संभव हो पायेगी.
नाइट लैंडिंग में नहीं होगी कोई दिक्कत
एयरफोर्स स्टेशन के कमांडेंट विक्रम सिंह और एयरपोर्ट के डायरेक्टर नदीम नजीम सहित सभी अधिकारियों तथा अभियंताओं के साथ निरीक्षण के बाद सांसद ने एयरफोर्स स्टेशन के कमांडेंट से नाइट लैंडिंग के सभी मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने ने नाइट लैंडिंग के लिए कैट टू के तहत आई लेस सिस्टम म्यूआर, इंस्टूमेट लाइटिंग आदि लगाने के कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए निर्देश दिये. कमांडेंट व अधिकारियों ने बताया है कि नाइट लैंडिंग की सभी प्रक्रिया को दो महीने में पूरा कर लिया जाएगा. ठंड के मौसम में अब कुहासा तथा खराब मौसम के बावजूद नाइट लैंडिंग में कोई दिक्कत नहीं होगी.
दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय बनाने की पहल
उन्होंने 90 एकड़ जमीन में बनने वाली न्यू टर्मिनल भवन परियोजना के निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया तथा निरीक्षण के बाद अधिकारियों के साथ बैठक कर हर एक बिंदु की समीक्षा की. एयरपोर्ट पर न्यू पावर स्टेशन तथा वहां के आवासीय परिसर के लिए 50 एकड़ जमीन अधिग्रहण के लिए निर्देश देते हुए कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय बनाने के साथ साथ अत्याधुनिक सुविधाओं से पूर्ण किया जाएगा. 45 करोड़ की लागत से 50 आवास का निर्माण कार्य किया जा रहा है. 25 करोड़ की लागत से एयरफोर्स स्टेशन में हास्पिटल का निर्माण भी अंतिम चरण में है, जबकि वहां पांचवीं वर्ग तक के स्कूल को 12 वीं कक्षा तक में परिवर्तन के लिए शीघ्र ही रक्षा मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा जाएगा.
Also Read: Bihar Election: राहुल गांधी अगस्त में आ रहे बिहार, नक्लसलग्रस्त इलाके में बितायेंगे रात