Darbhanga Airport: दरभंगा एयरपोर्ट से मिथिला की लीचियों ने अब नई उड़ान भर ली है. जी हां, दरभंगा हवाई अड्डे से इस साल अब तक रिकॉर्ड 250 टन लीची हवाई परिवहन देश और दुनिया के विभिन्न हिस्सों तक भेजी जा रही है, जो पिछले साल के 120 टन की तुलना में 108 % ज्यादा है. इसी के साथ अब मिथिला की खुशबू देश के हर कोने तक पहुंच रही है.
बाजारों तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका
बता दें कि, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण यानी AAI की एयर कार्गो सेवा ने मिथिला की प्रसिद्ध लीचियों को देशभर के बाजारों तक तेजी से पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई है. इससे एक तरफ किसानों और व्यापारियों को ताजा माल समय पर भेजने की सुविधा मिली है, तो वहीं दूसरी ओर स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई रफ्तार मिली है.
क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को नई उड़ान
इसे लेकर एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया की ओर से पोस्ट शेयर कर बताया गया कि, दरभंगा हवाई अड्डा मिथिला की प्रसिद्ध लिचियों को देशभर में तेजी से पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहा है. इस वर्ष अब तक 250 टन लिचियों का हवाई परिवहन किया गया है, जो कि 2024 में हुई 120 टन की तुलना में 108% की वृद्धि है. इससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी एक नई उड़ान मिली है.
इन प्रमुख महानगरों में पहुंचाया गया
किसानों की माने तो, ‘पहले ट्रांसपोर्ट में वक्त और नुकसान दोनों होता था. लेकिन, अब दरभंगा से लीची सीधा फ्लाइट से जा रही है, कमाई भी बढ़ी और मांग भी.’ बता दें कि, राज्य की लीची को देश के प्रमुख महानगरों मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरु पहुंचाया गया है. लीची की पहली खेप को मुंबई के लिए रवाना किया गया. जानकारी के मुताबिक, इंडिगो ने कुल 159.2 टन, स्पाइसजेट ने 47 टन और अकासा ने 44.5 टन लीची का परिवहन किया.