Darbhanga News: दरभंगा. लगातार गुर्रा रहे मौसम तथा अनावृष्टि के कारण पेयजल संकट धीरे-धीरे आपदा का रूप लेता जा रहा है. शहर से लेकर गांव तक इस समस्या की चपेट में आ गया है. विशेषकर शहरी क्षेत्र में स्थिति विकटतम हो गयी है. चारों तरफ त्राहिमाम की स्थिति बन गयी है. शहर के दो-तिहाई वार्डों के लोग नगर निगम के टैंकर पर आश्रित हो गये हैं. धीरे-धीरे यह समस्या पांव फैलाती ही जा रही है. नित्य नये इलाकों से जल संकट की सूचना मिल रही है. कहने के लिए ग्रामीण क्षेत्र है, लेकिन शहर से सटे होने के कारण उन इलाकों को भी शहरी क्षेत्र ही माना जाता है. ऐसे निचले इलाकों में भी अब जल संकट शुरू हो गया है. स्थिति यह हो गयी है कि जिन क्षेत्रों में 2019 जैसे हालात में भी चापाकल सुचारू रहे थे, उन इलाकों के चापाकल भी अब तेजी से सूख रहे हैं.
अचानक सूख गया पूरे मोहल्ले का चापाकल
शहर में बेला मोड़ एक छोटा सा मोहल्ला है. इसमें डेढ़ दर्जन आवासीय मकान बने हैं. इसके दो तरफ गहरा एवं विशाल जलग्रहण क्षेत्र है, जो प्राय: सालों भर पानी से भरा रहता है. अबतक इस मोहल्ले के लोगों को जल संकट से नहीं जूझना पड़ा था. बताया जाता है कि करीब तीन सप्ताह से चापाकल हांफने लगा. लोग आधी रात बाद मोटर चलाते थे तो धीरे-धीरे पानी आता था. पिछले एक सप्ताह से यह भी खत्म हो गया. पांच दिनों के भीतर मजबूरन चार लोगों ने समरसेबुल लगवाया है. शेष परिवार भी अब विवशता में इसकी तैयारी में हैं. कुछ ऐसी ही स्थिति छपकी पड़री मोहल्ले की भी है. दो दिन के लिए गांव गये गृहस्वामी जब सोमवार को लौटे तो चापाकल ने पूरी तरह से हाथ खड़ा कर दिया.
34 वार्डों में टैंकर से पहुंच रहा पानी
48 वार्डों वाले इस शहर में मात्र 14 वार्ड ऐसे हैं, जहां अभी तक जल संकट इस स्थिति में नहीं पहुंचा है जिस कारण टैंकर से जलापूर्ति की मजबूरी हो. इसमें वार्ड आठ, नौ, 13, 16, 20, 21, 23, 28, 29, 32, 39, 41 व 43 शामिल है. इसके अतिरिक्त शेष वार्डों में नगर निगम के टैंकर की प्रतीक्षा लोग करते रहते हैं. वार्ड एक में पांच से छह, दो में चार, तीन में तीन, चार में तीन, पांच में छह, छह में चार, सात में पांच, 10 में एक, 11 में छह, 12 में दो, 14 में छह, 15 में छह, 17 में तीन, 18 में दो, 19 में एक, 22 में पांच, 24 में तीन, 25 में एक, 26 में तीन, 27 में दो, 30 में एक, 31 में तीन, 33 में दो, 34 में पांच, 35 में चार, 36 में एक, 37 में चार, 38 में दो, 40 में पांच, 42 में चार, 44 में तीन, 45 में पांच, 46 में पांच, 47 में पांच एवं वार्ड 48 में छह सिंटेक्स एवं टैंकरों से पानी का वितरण किया जा रहा है.पड़ोसी धर्म का कर रहे निर्वहन
सदर. इस विकट स्थिति में कई पड़ोसी अपना धर्म निभा अपने टोले-मोहल्ले के लोगों की मदद कर रहे हैं. बता दें कि शहर में बड़ी संख्या में लोगों ने समरसेबुल लगवा रखा है. इसमें कुछ लोग पड़ोसियों को नियमितरूप से पानी उपलब्ध करा रहे हैं. भाजयुमो जिला महामंत्री सह पार्षद गंगवारा निवासी गजेंद्र कुमार ने अपना समरसेबल आमजन के लिए खोल रखा है. सुबह-शाम उनके घर के बाहर पानी के लिए लोगों की कतार लग जाती है. गजेंद्र ने न सिर्फ अपने मोहल्ले, बल्कि आसपास के इलाकों के लिए भी पानी का इंतजाम कर रहे हैं. नगर निगम के टैंकर भी उनके समरसेबल से पानी लेकर जरूरतमंदों तक पहुंचाता है. वे सेवा भाव से यह काम कर रहे हैं, जिसकी सराहना हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है