Darbhanga News: दरभंगा. बिना बीआइएस लाइसेंस के अवैध रूप से सोने के आभूषणों पर नगर में फर्जी हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर अंकित किये जाने का खुलासा होने से लोग अचंभित हैं. इस घटना के बाद से हॉल मार्क वाले सोने के जेवरों की गुणवत्ता को लेकर लोगों में विश्वास की कमी हो गयी है. सोने के जेवर पर लगे हॉल मार्क को लेकर लोगों में संशय की स्थित है. फर्जी हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर अंकित कर खराब गुणवत्ता के सोने को बाजार में खपाया जा रहा है. आभूषणों पर नकली हॉलमार्किंग चिह्न लगाना गैर कानूनी है. ऐसा करने पर एक लाख रुपये का न्यूनतम जुर्माना व एक वर्ष की सजा का प्रावधान है.
ग्रामीण क्षेत्रों में बेच दिया जाता नकली हॉलमार्क वाला गहना
जानकारों के अनुसार नकली हॉलमार्क वाले गहनों को ग्रामीण क्षेत्रों में बेचा जाता है. जौहरी को हॉल मार्किंग भारत मानक ब्यूरो (बीआइएस) द्वारा जारी किया जाता है. यह एक प्रमाणन है, जो सोने व चांदी की गुणवत्ता को प्रमाणित करता है. बीआइएस द्वारा पंजीकृत जौहरी ही हाॅलमार्किंग कर सकते हैं. जांच के बाद ही जेवर पर बीआइएस का लोगों, शुद्धता का निशान, जौहरी का पहचान चिन्ह व छह अंकों का एचयूआइडी नंबर अंकित किया जाता है. जौहरी को बीआइएस से मान्यता प्राप्त हॉलमार्किंग केन्द्र में गहनों की जांच करानी होती है.एक दिन पूर्व हुई थी छापेमारी
बुधवार को दरभंगा के बड़ा बाजार में हजारीनाथ मंदिर के निकट स्थित जय भवानी एसेयिंग एवं हॉलमार्किंग सेंटर पर भारतीय मानक ब्यूरों (बीआइएस) की टीम ने छापेमारी की थी. पटना से आयी टीम ने वहां से फर्जी हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर डालने वाली लेजर मशीन, फर्जी हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर से मान्यता प्राप्त लिखा हुआ फर्जी लेटर हेड, फर्जी विजिटिंग कार्ड, फर्जी हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर लगे सोने के आभूषण को जब्त किया. बीआइएस के वैज्ञानिक ई निदेशक एवं प्रमुख चंद्रकेश सिंह ने बताया था कि जानकारी मिली थी कि जय भवानी एसेयिंग एवं हॉलमार्किंग सेंटर बिना बीआइएस लाइसेंस के ही अवैध रूप से सोने के आभूषणों पर हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर अंकित कर रहा है. सूचना के आधार पर टीम का गठन कर छापेमारी की गयी. बताया जाता है कि जिस जौहरी के प्रतिष्ठान पर छापेमारी की गयी है, उसके दो अन्य प्रतिष्ठान हैं. इसमें से एक के पास लाइसेंस है, लेकिन हॉलमार्किंग बिना लाइसेंस वाले दूसरे प्रतिष्ठान में किया जा रहा था.ऐसे करें शुद्धता की पहचान
हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन यानी एचयूआइडी छह डिजिट का एक यूनिक अल्फा न्यूमेरिक कोड है. प्रत्येक आभूषण पर अलग-अलग एचयूआइडी नंबर देने का प्रावधान है. सोने की शुद्धता जांचने के लिए गूगल प्ले स्टोर से बीआइएस केयर एप डाउनलोड कर लें. वेरिफाइ एचयूआइडी सेक्शन में जाकर जेवर पर अंकित एचयूआइडी नंबर डालने पर आभूषण की गुणवत्ता, निर्माण आदि से जुड़ी सभी जानकारियां प्राप्त हो जायेगी. वहीं जेवरातों की गुणवत्ता जांच के लिए बड़े प्रतिष्ठानों में सिस्टम भी लगे होते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है