Darbhanga News: मनीगाछी. विभिन्न मांगों को लेकर गत 13 मई से राजस्व कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से आम लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. मालूम हो कि अंचल की 22 पंचायतों में 47 राजस्व गांवों के लिए महज आठ राजस्व कर्मचारी पदस्थापित हैं. इसमें गोट गुट के सात कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल हैं. इनकी मांगों में वेतनमान में सुधार, अपने गृह जिले में पदस्थापन सहित अन्य शामिल हैं. इनके हड़ताल पर चले जाने से राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे जमीन सर्वे कार्य समेत अंचल कार्यालय से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. जमीन का डिजीटाइजेशन, लंबित पड़ी सैकड़ों जमाबंदी, परिमार्जन, खाता, खेसरा की त्रुटियों के निष्पादन के लिए पहले से लोग परेशान हैं. इस बीच राजस्व कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से इन रैयतों की परेशानी काफी बढ़ गयी है.बुधवार को अंचल कार्यालय पहुंचे ब्रह्मपुरा के रणधीर सिंह, कटमा-बहुअरवा के सुजीत यादव, भट्टपुरा के पंचू यादव, शंकर मुखिया, राजे के रमेश मंडल सहित कई अन्य लोगों ने बताया कि उपलब्ध पुराना खतियान निकालने सहित जमीन से संबंधित समस्याओं को लेकर अंचल कार्यालय आने पर पता चला है कि कर्मचारी हड़ताल पर हैं, इसलिए अभी कुछ काम नहीं होगा. विशेष ज्ञातव्य हो कि अंचल कार्यालय में उपलब्ध रजिस्टर टू नष्ट व क्षतिग्रस्त हो गए हैं. अंचल के कतिपय अभिलेखों में रकवा व पुराने खाता-खेसरा का विवरण नहीं रहने से रैयतों के परिमार्जन में समस्या हो रही है. सरकार द्वारा जमीनी विवाद के निराकरण के लिए चलाए जा रहे सर्वेक्षण के समय राजस्व कर्मचारियों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से आम लोग खासे परेशान नजर आ रहे हैं. इस संबंध में सीओ रविकांत ने बताया कि दैनिक जाति, आवासीय सहित अन्य कार्यों के निष्पादन के लिए हड़ताल में शामिल नहीं होने वाले मात्र एक राजस्व कर्मचारी को सभी पंचायतों का प्रभार सौंपा गया है.
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