दरभंगा. बाढ़ की समस्या के स्थाई निदान की मांग को लेकर मिथिला राज्य संघर्ष समिति ने प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के समक्ष धरना दिया. समिति के कार्यकारी अध्यक्ष डाॅ राम मोहन झा ने कहा कि उत्तर बिहार बाढ़ से प्रभावित होने वाला इलाका है. हर साल करोड़ों की सम्पति नष्ट होती है. 1987 तथा 2008 की बाढ़ ने लोगों को तबाह कर दिया था. 2008 में कोशी की कहर से लाखों लोग बेघर हो गए थे. कहा कि केन्द्र तथा राज्य सरकार को समस्या का स्थायी समाधान करना चाहिये. इन्द्रभूषण झा पप्पू ने कहा कि बिहार को आर्थिक रूप से मजबूत करना है, तो बाढ़ का स्थाई निदान निकालना होगा. चन्द्र मोहन चौधरी ने कहा कि बिहार में बाढ़ अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है. नेपाल के पहाड़ों से आनेवाली नदियां बिहार में तबाही मचाती है. इसका समाधान भी नेपाल पर निर्भर करता है. राज्य सरकार को इस पर संजीदगी से ध्यान देना चाहिये. डाॅ कुशेश्वर सहनी, राम पुकार राय, ललित झा, विजय कांत चौधरी, कुंवर जी, जगन्नाथ झा, सुरेश सिंह, नवीन कुमार राय, डाॅ भरत राय आदि धरना में शामिल थे. बाद में आयुक्त को स्मार पत्र दिया गया.
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