Darbhanga News: कुशेश्वरस्थान पूर्वी. सावन की दूसरी सोमवारी पर बाबा कुशेश्वरनाथ धाम शिवभक्तों से पटा रहा. रविवार की देर रात 12 बजे से ही श्रद्धालु लाइन में लग गये थे. अहले सुबह तीन बजे प्रधान पूजा के बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का पट खोल दिया गया. गजेंद्र नारायण सिंह धर्मशाला में बने बांस-बल्ले के घुमावदार बेरिकेडिंग से महिला-पुरुष अलग-अलग लाइन से होते हुए मन्दिर परिसर पहुंच रहे थे. परिसर स्थित चंद्रकूप से जल लेकर जलाभिषेक किया. इस दौरान हर-हर महादेव, बोल बम-बोल बम के जयकारे से शिवनगरी गूंजता रहा. जलाभिषेक के बाद श्रद्धालु स्थानीय बाजार में प्रसाद सहित अन्य सामानों की खरीदारी की. इस दौरान शिवनगरी गेरुआ रंग से पटा दिखा. न्यास समिति के अध्यक्ष सह एसडीओ शशांक राज, उपाध्यक्ष सह एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी मंदिर व सीसीटीवी कैमरे पर नजर बनाए हुए थे. एसडीपीओ बीच-बीच में थानाध्यक्ष अंकित चौधरी को निर्देश देते दिखे. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह दंडाधिकारी के साथ महिला-पुरुष पुलिस बल तैनात थी. बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक थी. मन्दिर के गर्भगृह, मंदिर परिसर, शिवगंगा घाट, खगड़िया धर्मशाला सहित चिन्हित स्थानों की सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही थी. शिवभक्तों को शिवगंगा पोखर में स्नान करने में परेशानी हो रही थी. जबतक जर्जर धर्मशाला को पूर्ण रूप से ध्वस्त नहीं किया जाता, शिवनगरी आने वाले श्रद्धालुओं को शिवगंगा पोखर के उत्तर भाग से ही स्नान के लिए आना-जाना हो सकता है. श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने पर स्नान करने में कठिनाई हो सकती है. इधर भक्तगण दुर्गा मंदिर से ही लाइन में लगे रहे. दोपहर एक बजे तक शिवभक्तों की भीड़ लगी रही. इसके बाद बाबा मंदिर का पट बंद हो गया. दोपहर बाद देर शाम तक भक्तजन जलाभिषेक करने के लिए अपनी बारी की प्रतीक्षाा करते रहे. कोई कांवर लेकर तो कोई दंड प्रणाम देते बाबा नगरी पहुंचे. कई श्रद्धालुओं ने बताया कि बाबा पर जलाभिषेक के बाद सिर्फ माता पार्वती की पूजा बाहर से ही कर पाये. दूसरी ओर क्षेत्र में समलगढ़, जिमराहा, तेगच्छ शिवमंदिर, अर्थुआ शिव मन्दिर तथा तिलकेश्वर शिवमंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ देर शाम तक लगी रही.
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