Darbhanga : दरभंगा. डीएमसीएच में गंदगी व मेडिकल वेस्ट से मरीज व परिजन परेशान हैं. साफ-सफाई के मामले में परिसर की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. खासकर थोड़ी सी बारिश हुई नहीं कि स्थिति नारकीय बन जाती है. अस्पताल परिसर में जगह- जगह जल जमाव हो जाता है. नाले से पानी का बहाव नहीं होता. पानी सड़कों पर पसर जाता है. अपस्ताल के भवनों पर जगह-जगह पाैधे उग आये हैं. अस्पताल भवन की साफ-सफाई की मात्र खानापूरी की जाती है. दीवालों पर तथा लिफ्ट आदि में पान-गुटखा के पीक घीन्न उत्पन्न करते हैं. इनकी साफ-सफाई पर सफाई एजेंसी के कर्मी ध्यान नहीं देते. स्थिति के मद्देनजर अस्पताल प्रशासन ने सफाई कार्य के लिये लगायी गयी एजेंसी पर नाराजगी जतायी है. अधीक्षक डॉ शीला कुमारी ने सफाई का कार्य करने वाली उमंग जीविका दीदी को लेटर लिखकर प्रतिदिन बेहतर साफ- सफाई करने का निर्देश दिया है. विभाग, ओटी, आइसीयू, आंतरिक व परिसर की सफाई की जिम्मेदारी जीविका की विदित हो कि डीएमसीएच में साफ- सफाई के लिये सुलभ इंटरनेशनल व जीविका को कार्य दिया गया है. सभी विभागों, ओटी, आइसीयू समेत आंतरिक व बाहरी परिसर की सफाई जीविका के जिम्मे है. वहीं शौचालय, मूत्रालय व स्नानागार की सफाई का काम सुलभ इंटरनेशनल देखता है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जीविका की ओर से सफाई में लापरवाही की जा रही है. नहीं की जा रही सही से साफ- सफाई अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वार्ड के अंदर लगे बेसिन, वार्ड का फ्लोर, नाला आदि की सफाई सही से नहीं करायी जा रही है. परिसर से पानी की निकासी नहीं हो पा रहीहै. अस्पताल के भवनों में झाड़-झंखार उग गये हैं. परिसर में घास नहीं काटने के कारण जंगल जैसा हो गया है. कहा है कि नियमित रूप से वार्ड, परिसर आदि की सफाई होनी चाहिये. मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिये नाला में ब्लीचिंग, फिनाइल का नियमित रूप से छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है. मरीज व परिजनों का आवागमन मुश्किल डीएमसीएच परिसर में चारों तरफ फैली गंदगी व कूड़ा- कचरा से मरीज व परिजनों को आने- जाने व रहने में परेशानी हो रही है. जबकि साफ- सफाई पर सरकार लाखों रुपया खर्च करती है.
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