Darbhanga News: दरभंगा/हायाघाट. नवविवाहिताओं के महापर्व मधुश्रावणी को लेकर चारों तरफ उल्लास का वातावरण नजर आ रहा है. शहर से लेकर गांव तक की गलियां फूल लोढ़ रही व्रती संग उनकी सखी-सहेलियों के पारंपरिक गीतों से गूंज रहे हैं. बता दें कि मधुश्रावणी में बासी फूल से ही पूजन का विधान है. इस वजह से प्रत्येक दिन सुबह में स्नान आदि से निवृत्त होकर जहां व्रतियां पूजन करती हैं, वहीं शाम ढलते ही अगले दिन की पूजा के लिए सखियों संग फूल लोढ़ने निकल पड़ती हैं. फूल-पत्ती आदि लोढ़कर देव स्थल पर डाला सजाती हैं. इस कारण शाम में विशेषकर शहर के माधवेश्वर परिसर सहित कंकाली मंदिर, केएम टैंक, सैदनगर आदि स्थल व्रतियों की टोली से गुलजार नजर आने लगते हैं. इधर हायाघाट प्रखंड क्षेत्र के बसहा, विशनपुर, माखनपुर, सहोरा, मझौलिया, होरलपट्टी, पिपरौलिया आदि गावों की नवविवाहिताएं रामजानकी मंदिर होते हुए बाबा भवानीनाथ मंदिर भराठ पर फूल लोढ़ते हुए बागेश्वरी मंदिर जाती हैं. फिर विषहारा स्थान पर आकर माता विषहर की आशीर्वाद लेकर अपने घर लौटती हैं,
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