Darbhanga News: दरभंगा. अब बीएमपी 13 की महिला प्रशिक्षु जवानों को संतुलित भोजन का लाभ मिल सकेगा. दीदी की रसोई का सोमवार को बीएमपी 13 में शुभारंभ किया गया. जीविका की अभिनव पहल ‘दीदी की रसोई’ के शुभारंभ से पौष्टिक, सुपाच्य और संतुलित भोजन उन्हें उपलब्ध हो सकेगा. दीदी की रसोई का डीआइजी डॉ स्वप्ना गौतम मेश्राम ने फीता काटकर उदघाटन किया. मौके पर प्रमंडलीय आयुक्त कौशल किशोर, डीएम कौशल कुमार, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी, बीएमपी-13 के समादेष्टा पूरन कुमार झा, डिप्टी समादेष्टा दिलीप कुमार झा, जीविका की डीपीएम डॉ ऋचा गार्गी सहित कई वरीय अधिकारी मौजूद रहे.
महिला सशक्तिकरण की अनोखी मिसाल बन चुकी है जीविका- प्रमंडलीय आयुक्त
प्रमंडलीय आयुक्त कौशल किशोर ने इस रसोई को अन्य संस्थानों के लिए मॉडल बताया. कहा कि यह एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे सरकार, स्थानीय प्रशासन और समुदाय की महिलाएं मिलकर एक सकारात्मक बदलाव ला सकती है. जीविका की पहल सराहनीय है. जीविका महिला सशक्तिकरण की अनोखी मिसाल बन चुकी है.रॉल मॉडल बन चुकी हैं जीविका दीदी- डीआइजी
डीआइजी डॉ स्वप्ना गौतम मेश्राम ने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं. प्रशिक्षु महिला सिपाहियों की बात हो या जीविका दीदियों की, सभी अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही है. समाज में बराबरी की मिसाल कायम कर रही है. जीविका दीदी रॉल मॉडल बन चुकी हैं.आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम- डीएमडीएम कौशल कुमार ने कहा कि स्वास्थ्यवर्धक और समय पर भोजन किसी भी प्रकार के प्रशिक्षण का अनिवार्य हिस्सा होता है. जब स्थानीय महिलाएं इस व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालती हैं, तो यह न केवल उनके आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम होता है, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी यह एक अनुकरणीय पहल बनती है. दीदी की रसोई इसका उत्कृष्ट उदाहरण है.
सराहनीय है जीविका दीदी की सामाजिक भूमिका- एसएसपीएसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने जीविका दीदियों की सामाजिक भूमिका की सराहना की. कहा कि ये महिलाएं केवल भोजन नहीं पका रही, बल्कि समाज की रूढ़ियों और कुरीतियों के खिलाफ भी मजबूती से खड़ी हैं. बीएमपी 13 के समादेष्टा पूरन कुमार झा ने जीविका दीदियों के कार्य, अनुशासन और समर्पण की सराहना की. संचालन डिप्टी समादेष्टा दिलीप कुमार झा ने किया.जीविका का मूल उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाना- डॉ गार्गीधन्यवाद ज्ञापन करते हुये जीविका की जिला परियोजना प्रबंधक डॉ ऋचा गार्गी ने बताया कि जीविका का मूल उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाना है. दीदी की रसोई से उनके जीवन स्तर में सुधार हो रहा है. रसोई संचालन के लिये चयनित 40 जीविका दीदियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. रसोई का संचालन दो शिफ्टों में किया जायेगा. भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता और पौष्टिकता को प्राथमिकता दी जायेगी. इससे पूर्व पूर्व डॉ गार्गी ने अतिथियों का पाग, चादर व पुष्पगुच्छ से सम्मान की. मौके पर जीविका के गैर कृषि इकाई प्रबंधक अशोक कुमार, जीविका के सदर प्रखंड परियोजना प्रबंधक सिकंदर आजम, मनोरमा मिश्र आदि मौजूद थे.
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