दरभंगा. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय मुख्यालय में छात्र नेता कुणाल पांडेय के नेतृत्व में विभिन्न मांगों को लेकर छात्रों ने धरना दिया. मांगों में कालेजों में नया भवन निर्माण, शिक्षकों कि कमी दूर करने, छात्रावास को अवैध कब्जा से मुक्त कराने, परीक्षा कैलेंडर जारी करने, स्नातक तृतीय खंड का परीक्षा परिणाम शीघ्र जारी करना आदि शामिल था. मांगों को लेकर धरना पर बैठने से पूर्व परीक्षा विभाग, पीएचडी शाखा, डीएसडब्लू कार्यालय, सीसीडीसी कार्यालय, कालेज निरीक्षक कार्यालय, पंजीयन शाखा आदि का कामकाज छात्रों ने ठप करा दिया. आंदोलन के कारण इन सभी विभागों का कामकाज दिन भर ठप रहा. इन विभागों से जुड़े काम के लिये आने वाले छात्रों को वापस लौटना पड़ा.
प्रशासनिक भवन के गेट के सामने बैनर लगाकर ठप किया आवागमन
इससे पूर्व नारेबाजी करते हुए विवि के प्रशासनिक भवन के गेट के सामने बैनर लगाकर आंदोलनकारी धरना पर बैठ गए. मुख्य गेट से प्रशासनिक भवन में आने-जाने से कर्मी समेत कार्य को लेकर पहुंचे छात्र- शिक्षाकर्मियों अभिभावकों को रोके रखा गया.मांगों पर अमल नहीं, तो होगी भूख हड़ताल
कुणाल पांडेय ने कहा कि सभी मांगों को लेकर पहले भी विवि प्रशासन से वार्ता हुई थी, लेकिन इसका कार्यान्वयन नहीं होने के कारण फिर से आंदोलन किया गया है. कहा कि स्नातक तृतीय खंड का रिजल्ट जारी करने में विलंब के कारण बहुत से छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने से वंचित होना पड़ रहा है. छात्र मानसिक तौर पर परेशान हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन जिन मांगों को एक वर्ष पूर्व मान लिया था, उसे भी आजतक पूरा नहीं किया गया. अब अगर मांगों पर पहल नहीं की गयी तो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल किया जाएगा. दीपक झा ने कहा कि सीएम लॉ कॉलेज में नामांकन प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही लिया जाना चाहिए न कि मेधासूची के आधार पर. इसके लिए हरसंभव लड़ाई की जायेगी. कहा कि स्नातक थर्ड सेमेस्टर के जिन छात्रों की परीक्षा विश्वविद्यालय के रवैए के कारण छूटी है, उनकी पुनः परीक्षा ली जाय. पीजी प्रथम सेमेस्टर के रिजल्ट का पुनः मूल्यांकन करा कर हर छात्र को बराबर अंक देकर विश्वविद्यालय अपनी नाकामी को छुपा रही है.
सकारात्मक वार्ता के बाद समाप्त हुआ आंदोलन
बाद में परीक्षा नियंत्रक प्रो. विनोद कुमार ओझा, कुलानुशासक प्रो. विजय कुमार यादव, कुलसचिव डॉ दिव्या रानी हंसदा आदि की छात्र प्रतिनिधियों से वार्ता हुई. सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया. इसके बाद धरना समाप्त हो गया. छात्रों ने कहा कि एक महीने के अंदर मांगें पूरी नहीं होगी तो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल होगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है