बिहार : पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग(पीएमएलए) के मामले में भवन निर्माण विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता तारणी दास समेत सात अधिकारियों के पटना स्थित घरों में छापेमारी की थी. जिसमें इडी को 11.64 करोड़ कैश बरामद हुआ था. इसमें से सर्वाधिक राशि तारणी दास के घर से मिली थी. नोटों की संख्या इतनी अधिक थी कि इडी को इसकी गिनती के लिए बैंक से नोट गिनने वाली तीन मशीन मंगवानी पड़ी थी. इडी के सूत्रों का कहना है कि श्री दास के घर से करीब आठ करोड़ मिली थी.यह बिहार में लोक सेवकों से घर से मिली अब तक की सबसे अधिक राशि है.अन्य अधिकािरियों के घर से करीब साढ़ तीन करोड़ मिली थी.
घूस देने वाले ठेकेदारों पर भी कार्रवाई की तैयारी
इडी के सूत्रों का कहना है कि अब घूस देने वाले ठेकेदारों की बारी है.जिन अधिकारियों के घर छापेमारी हुई है और घूस की राशि मिली है. उनसे पूछताछ की जाएगी और उन्हें करोड़ों की राशि के बारे में जानकारी ली जाएगी.किस लिए और कौन से ठेकेदार ने उन्हें घूस दी है उसके बारे में पूरी जानकारी ली जाएगी.उसके बाद उन ठेकेदारों पर मनी लॉन्ड्रिंग(पीएमएलए) अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.इडी ने एक ठेकेदार रिशु श्री को चिंहित कर लिया है.
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इन अधिकारियों के घर हुई थी छापेमारी
विभाग या उपक्रम | पद | अधिकारी का नाम |
निर्माण विभाग | मुख्य अभियंता | तारणी दास |
वित्त विभाग | संयुक्त सचिव | मुमुक्षु चौधरी |
नगर विकास विभाग | कार्यपालक अभियंता | उमेश कुमार सिंह |
बीयूआइडीसीओ | उप परियोजना निदेशक | अयाज अहमद |
बीएमएसआइसीएल | डीजीएम (परियोजनाएं) | सागर जायसवाल |
बीएमएसआइसीएल | डीजीएम | विकास झा |
भवन निर्माण विभाग | कार्यपालक अभियंता | साकेत कुमार |