Encounter In Bihar: आरा के तनिष्क शोरूम में 10 करोड़ की लूटपाट में शामिल कुख्यात चुनमुन झा को एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार की रात अररिया में ढेर कर दिया. अब चुनमुन झा एनकाउंटर मामले में नया मोड़ सामने आया है. आरोपी चुनमुन के भाई राज कुमार झा ने एनकाउंटर पर सवाल उठाया है. राज कुमार का कहना है, “एनकाउंटर विकास दुबे का हुआ था, वो भाग रहा था तो उसको पीछे से गोली मारी गई थी. एनकाउंटर का मतलब ये नहीं होता कि दोनों हाथ पकड़ कर सामने से सीने, पेट और गले में गोली मार दी जाए. एनकाउंटर में पहली गोली चुनमुन के पैर में लगी तभी उसने सरेंडर कर दिया गया.”
‘मर्डर है, एनकाउंटर का नाम दिया जा रहा’
दरअसल, शुक्रवार की रात करीब 2 बजे अररिया में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें कुख्यात अपराधी चुनमुन झा मारा गया. चुनमुन झा को एनकाउंटर के दौरान सीने में 2 गोली और पूरे शरीर में 7 गोली लगी है. कुख्यात के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने चुनमुन झा को सामने से गोली मारी है और उसे एनकाउंटर का नाम दिया जा रहा है. ये मर्डर है. इसमें हमारे गांव के मुखिया संतोष मंडल भी मिले थे. वो चुनमुन झा के गैंग का सरगना था. उसके पास ही सारे लूट का पैसा और जेवरात जाता था. 3 दिन पहले उससे मेरे भाई की बहस हुई थी, इस वजह से पुलिस के साथ मिलकर संतोष मंडल ने चुनमुन को मरवा दिया.
पूर्णिया लूटकांड में भी था शामिल
वहीं कुख्यात चुनमुन झा का ममेरा भाई राजीव कुमार झा ने बताया, “चुनमुन अररिया के पलासी थाना के मजलिसपुर का रहने वाला था. उसके पिता का नाम विनोद झा है, वे खेती-बाड़ी करते हैं. चुनमुन ने 10वीं तक की पढ़ाई अररिया में ही रहकर की है. फिर पंडित का ज्ञान लेने के लिए वह अपने दादा-दादी के पास 2020 में पूर्णिया चला गया. उसके दादा पंचमुखी मंदिर में पुजारी हैं, लेकिन वहां चुनमुन की दोस्ती अपराधियों से हो गई. 2023 में अररिया प्लासी के मुखिया संतोष मंडल की भी हत्या की कोशिश की थी. लेकिन, उसमें वह चूक गया था. इसके बाद 2024 में पूर्णिया के तनिष्क शोरूम में 3.70 करोड़ की लूटकांड में चुनमुन शामिल था. हालांकि, इस मामले में वह सीसीटीवी में कैद नहीं हुआ था.
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