Aurangabad: शराबबंदी पुलिस प्रशासन के लिए सिर दर्द बन गयी है. शराबबंदी अभियान को लेकर शराबी एवं शराब धंधेबाजों को पकड़ने के क्रम में पुलिस को भी कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा है. जिले में शराब को लेकर छापेमारी करने पहुंची पुलिस पर दर्जनों बार हमले किये गये. इसी तरह का एक और मामला प्रकाश में आया है, जिसमें पकड़े गए शराबियों को पकड़ने पर उत्पाद विभाग की टीम पर असामाजिक तत्व के लोगों द्वारा हमला किया गया. इस घटना में दरोगा सहित कई पुलिसकर्मियों को जख्मी होने की बात बताई जा रही है. घटना कुटुंबा थाना क्षेत्र के बिहार- झारखंड बॉर्डर इलाके में संडा के समीप स्थित धोबनी गांव के समीप की है. जिन लोगों को चोट आई है उनमें उत्पाद विभाग के दारोगा कृषनंदन कुमार, चालक सुमंत कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल है.
क्या है पूरा मामला ?
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना में जख्मी सभी पुलिसकर्मी टंडवा थाना क्षेत्र के पिछुलिया स्थित चेकपोस्ट पर ड्यूटी में लगे थे. पुलिस कर्मियों द्वारा वाहन जांच के क्रम में झारखंड से शराब पीकर लौट रहे तीन शराबियों को गिरफ्तार किया गया. उत्पाद विभाग की पुलिस शराबियों को स्कॉर्पियो में बैठाकर अपने साथ ले जा रही थी. इसी क्रम में किसी तरह इसकी भनक शराबियों के परिजनों तथा ग्रामीणों को लग गई. शराबियों को पकड़े जाने की सूचना मिलते ही उनसे जुड़े लोग पिकअप वाहन पर सवार होकर घटनास्थल पर पहुंचे तथा उत्पाद विभाग के स्कॉर्पियो में टक्कर मार दिया.
पुलिसकर्मियों के साथ हुई मारपीट
इसके बाद एसआई, चालक तथा अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट करते हुए शराबियों को छुड़ाकर अपने साथ ले गए. असामाजिक तत्व के लोगों ने उत्पाद विभाग की स्कॉर्पियो वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही कुटुंबा थाना की पुलिस, उत्पाद विभाग के अन्य पदाधिकारी व जवान घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद घायल पुलिस कर्मियों को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल कुटुंबा पहुंचाया गया.
सदर अस्पताल रेफर हुए घायल पुलिस अधिकारी
जानकारी के अनुसार अस्पताल के चिकित्सकों ने एसआई कृष्णनंदन कुमार व चालक सुमंत की हालत गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया. इस संबंध में कुटुंबा थानाध्यक्ष अक्षयवर सिंह ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस की टीम वहां पहुंची थी. पुलिस को पहुंचते ही हमला करने वाले लोग फरार हो गए. फिलहाल उत्पाद विभाग की टीम के द्वारा कोई आवेदन नहीं दिया गया है. आवेदन मिलने पर मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी. इधर उत्पाद अधीक्षक से पक्ष जानने का प्रयास किया गया,लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.
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दो माह पूर्व भी उत्पाद विभाग की टीम पर बारातियों ने कर दिया था हमला
शराब एवं शराब धंधेबाजों को पकड़ने के क्रम में पुलिस पर हमला कोई नई बात नहीं है. दो महीने पूर्व एक मई को भी टंडवा इलाके में बारातियों ने उत्पाद विभाग की टीम पर हमला किया था. घटना में उत्पाद विभाग के एएसआई विनोद कुमार यादव, सिपाही वरुण कुमार, चालक सुमंत कुमार व धर्मेंद्र कुमार समेत चार पुलिस कर्मी घायल हुए थे. उक्त घटना भी पिछुलिया गांव के समीप घटी थी. इसके अलावा पुलिस पर भी हमले की बात सामने आई है. शराब जांच के क्रम में शराब माफियाओं ने पुलिस को वहां से रोकने का प्रयास किया था जिसमें कुटुंबा थानाध्यक्ष एवं थाना मैनेजर गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. घेउरा गांव में भी पूर्व के दिनों में पुलिस पर हमला किया गया था. हाल फिलहाल में माली थाना क्षेत्र के चरण गांव की घटना शराब को लेकर ही हुई थी.