Bihar Famous Food: अगर आप बिहार को उसकी असली पहचान से जानना चाहते हैं, तो सिर्फ उसके इतिहास और विरासत को देखने से काम नहीं चलेगा. उसकी खुशबू, उसका स्वाद और उसकी परंपरा उसके व्यंजनों में बसती है. बिहार का खानपान सिर्फ भोजन नहीं, बल्कि एक संस्कृति है, एक एहसास है, एक विरासत है जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है.
हर बिहारी के दिल में कुछ खास व्यंजन बसे होते हैं, जिनकी यादें बचपन से लेकर बुज़ुर्ग होने तक जुड़ी रहती हैं. सत्तू पराठा, आलू-बैंगन चोखा, घुघनी, चूड़ा मटर और खाजा. ये सिर्फ खाने के नाम नहीं, बल्कि बिहार के हर घर की रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा हैं. घर की दहलीज़ से लेकर ट्रेन के सफर तक, त्योहारों से लेकर चाय के साथ हल्की भूख मिटाने तक, ये व्यंजन बिहार की आत्मा से जुड़े हुए हैं. आइए, जानते हैं उन पांच व्यंजनों के बारे में, जो बिहार की पहचान हैं.
- सत्तू पराठा- बिहारी भोजन की शान
जिस तरह पंजाब में आलू पराठा हर घर में पसंद किया जाता है, वैसे ही बिहार में सत्तू पराठा एक अभिन्न हिस्सा है. भुने हुए चने के आटे (सत्तू) को मसालों, प्याज, धनिया और अचार के साथ मिलाकर पराठे में भरकर सेंका जाता है. इसे दही, अचार और हरी मिर्च के साथ परोसा जाता है. यही कारण है कि इसे बिहारी खानपान की शान कहा जाता है.

- आलू-बैंगन चोखा- सादगी में स्वाद का राज
अगर लिट्टी की बात हो और चोखा का जिक्र न हो, तो कहानी अधूरी लगती है. आलू-बैंगन चोखा बिहार का सबसे लोकप्रिय देसी स्वाद है, जो सादगी में लाजवाब है. इसे लकड़ी की आंच पर भुने बैंगन, टमाटर और उबले आलू को सरसों के तेल, प्याज, लहसुन और हरी मिर्च के साथ मिक्स कर बनाया जाता है. यह न केवल लिट्टी के साथ बल्कि गरमा-गरम खिचड़ी के साथ भी खूब पसंद किया जाता है.

- घुघनी- बिहार की स्ट्रीट फूड क्वीन
अगर आपको बिहार के असली स्वाद का अनुभव करना है, तो एक बार मटर से बनी घुघनी जरूर खाइए. यह स्नैक हर गली-नुक्कड़ पर आसानी से मिल जाता है. उबले हुए मटर में प्याज, मसाले और हरी मिर्च डालकर इसे चटपटे अंदाज में तैयार किया जाता है. शाम की चाय के साथ इसका मजा ही अलग होता है.

- चूड़ा मटर- सर्दियों की पहली पसंद
सर्दियों की सुबह अगर चाय के साथ चूड़ा मटर न मिले, तो लगता है दिन अधूरा रह गया. इसे बिहार में भूजा का एक खास रूप माना जाता है, जिसमें चूड़ा को भुने हुए मटर, काजू, किशमिश और मसालों के साथ मिलाया जाता है. यह स्वाद और सेहत दोनों में भरपूर होता है.

- खाजा- बिहार की ऐतिहासिक मिठाई
बिहार का नाम सुनते ही अगर आपके मन में मिठास घुल जाए, तो इसका कारण खाजा हो सकता है. नालंदा और पटना में बेहद मशहूर यह मिठाई परतदार होती है और इसे मैदा, चीनी की चाशनी और घी से बनाया जाता है. छठ पूजा से लेकर शादियों तक, हर खास मौके पर खाजा जरूर खाया जाता है.

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हर निवाले में छिपी होती है इतिहास की एक कहानी
बिहार के ये पारंपरिक व्यंजन सिर्फ खाने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये हमारी संस्कृति, परंपरा और विरासत का अनमोल हिस्सा हैं. हर निवाले में इतिहास की एक कहानी छुपी है, हर स्वाद में अपनेपन की मिठास है. चाहे घर की रसोई हो, पटना के स्ट्रीट फूड स्टॉल हों या ट्रेन में सफर के दौरान खुलने वाला लंच बॉक्स. बिहार का स्वाद हर जगह ज़िंदा रहता है.