पार्टी कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित
संवाददाता, गया जी.
भाकपा माले के संस्थापक महासचिव व भारत के कम्युनिस्ट आंदोलन के महान क्रांतिकारी चारु मजूमदार की शहादत की 53वीं बरसी पर पार्टी कार्यालयों में श्रद्धांजलि सभा हुई. इस दौरान पार्टी केंद्रीय कमेटी की ओर से जारी 28 जुलाई के संकल्प का पाठ किया गया. इसके साथ ही जिले के टिकारी, बेलागंज, खिजरसराय, कोंच, मानपुर, डोभी, मोहनपुर में कार्यक्रम आयोजित हुए. मौके पर पार्टी जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि 28 जुलाई हमारी पार्टी के पुनर्गठन का भी दिन है. इस मौके पर हम तीन पूर्व महासचिवों चारु मजूमदार, जौहर व विनोद मिश्रा को याद करते हैं, जिन्होंने भीषण राज्य दमन और प्रतिकूल परिस्थितियों में चुनौतियों से भरे दौर में पार्टी का निर्माण किया और उसका नेतृत्व किया. हम उनके अधूरे क्रांतिकारी मिशन को आगे बढ़ाने के लिए खुद को पुनः समर्पित करते हैं. इस समय बिहार में वोटबंदी का एक अभूतपूर्व हमला चल रहा है, जो लाखों लोगों से मताधिकार छीन लेने की साजिश है और हमारे संविधान की बुनियाद सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार को सीमित बना देने का खतरा पैदा कर रहा है. बिहार में मताधिकार और चुनाव प्रक्रिया को बचाना अब जन प्रतिरोध का सबसे जरूरी एजेंडा बन चुका है. विशेष गहन पुनरीक्षण की शुरुआत बिहार से हुई है़ अब इसे पूरे देश में लागू करने की तैयारी है. इसे संविधान, नागरिकता और वोट के अधिकार पर सबसे बड़े हमले के रूप में चिह्नित कर, देशव्यापी प्रतिरोध खड़ा करना होगा. जिला कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में रीता वर्णवाल, रामचंद्र प्रसाद, सिद्धनाथ सिंह, शिशुपाल कुमार, अर्जुन सिंह, शंभु राम व चंदू राम शामिल रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है