पांच दिवसीय टू इंडिया समर स्कूल 2025 में विश्वविद्यालय का किया प्रतिनिधित्व
वरीय संवाददाता, गया जी.
सीयूएसबी के ऐतिहासिक अध्ययन एवं पुरातत्व विभाग के शोधार्थी अमृत राज ने इटली के प्रसिद्ध ट्यूरिन विश्वविद्यालय में आयोजित पांच दिवसीय टू इंडिया समर स्कूल 2025 में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया. इस अकादमिक कार्यक्रम में विश्वभर से कुल 14 शोधार्थियों ने हिस्सा लिया. इनमें से केवल पांच शोधार्थियों को फ्री टोरिनो स्कॉलरशिप दिया गया था, जिसके तहत वहां रहने एवं खाने की सुविधा मुफ्त में ट्यूरिन विश्वविद्यालय की तरफ से की गयी थी. अमृत इस स्कॉलरशिप को पाने एवं कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले भारतीय विश्वविद्यालयों में से इकलौते शोधार्थी थे. शोधार्थी अमृत ने इस कार्यक्रम में कर्पूरी ठाकुर की विरासत एवं बिहार की समकालीन राजनीति शोध विषय पर अपनी बात रखी. सीयूएसबी का अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिनिधित्व करने पर कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह एवं कुलसचिव प्रो नरेंद्र कुमार राणा ने बधाई तथा शुभकामनाएं दीं. कुलपति ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर और उनकी विरासत के बगैर भारतीय राजनीति अकल्पनीय है. उनके विचारों को विश्व-पटल पर साझा करना न केवल विश्वविद्यालय के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए गौरव का विषय है. पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि अमृत के विश्वविद्यालय वापस आने पर एक एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें विभाग की ओर से अमृत को डॉ भीमराव आंबेडकर का छायाचित्र भेंट किया गया. इस अकादमिक उपलब्धि पर विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ प्रीति अनिल खांदारे ने अमृत को ढेर सारी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह विभाग के लिए गौरव का क्षण है. विभाग के अन्य प्राध्यापक डॉ सुधांशु कुमार झा, डॉ रोहित कुमार एवं डॉ नीरज कुमार सिंह ने भी बधाई देते हुए भविष्य के लिए भी शुभकामनाएं दीं. कार्यक्रम में इतिहास विभाग के अलावा अन्य विभाग के भी शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे.भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के विचार से अवगत कराया
अमृत सीयूएसबी के ऐतिहासिक अध्ययन एवं पुरातत्व विभाग के सहायक आचार्य डॉ अनिल कुमार के निर्देशन में बिहार के सामाजिक-आर्थिक निर्माण में कर्पूरी ठाकुर की भूमिका : एक ऐतिहासिक अध्ययन विषय पर पीएचडी कर रहे हैं. विस्तृत जानकारी देते हुए डॉ अनिल कुमार ने बताया कि टू इंडिया समर स्कूल 2025 में शोधार्थियों के अलावा विश्वभर के प्रख्यात समाजशास्त्री, इतिहासकार एवं न्रीविज्ञानीयों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया एवं अपनी बातें रखीं. अमृत ने इस कार्यक्रम में शोध पत्र प्रस्तुत करने के साथ ट्यूरिन इजिप्टियन म्यूजियम तथा वेटिकन सिटी म्यूजियम भ्रमण किया.
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