Gaya News: डीएसपी सुनील कुमार पांडेय और मुफस्सिल थानाध्यक्ष सुनील कुमार द्विवेदी ने संयुक्त प्रेसवार्ता में बताया कि पिछले कुछ दिनों से शहर में सक्रिय अपराधियों की रेकी की जानकारी एसएसपी आनंद कुमार को डीआइयू से मिली थी. इनपुट के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की योजना बनायी और सीता कुंड-सलेमपुर फोरलेन बाइपास पुल के नीचे दबिश देकर दो बदमाशों मनीष कुमार और नवीन कुमार को धर दबोचा.
पूछताछ के बाद उनकी निशानदेही पर तीसरे अपराधी चंदन कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया, जो कजूर गांव, अतरी थाना क्षेत्र का निवासी है. पुलिस ने उसके पास से भी हथियार और बाइक बरामद की. पुलिस की त्वरित कार्रवाई से न केवल संभावित लूट की घटनाएं टल गयीं, बल्कि अपराधियों के पास से दो लोडेड पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस, तीन एंड्रॉयड मोबाइल फोन और दो मोटरसाइकिलें भी बरामद की गयी हैं.
मनीष पर दर्ज हैं 10 से अधिक संगीन मामले
डीएसपी ने बताया कि मनीष कुमार के खिलाफ बोधगया, अतरी, बुनियादगंज, मुफस्सिल, चंदौती, टनकुप्पा समेत विभिन्न थानों में लूट, चोरी और स्केचिंग जैसे 10 से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं. तीनों आरोपित हाल ही में सेंट्रल जेल से रिहा हुए थे और एक बार फिर संगठित अपराध की योजना बना रहे थे.
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अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े हैं तार, जल्द होगी विस्तृत जांच
पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की कि इन बदमाशों की संलिप्तता एक अंतरराज्यीय गिरोह से है और इस गिरोह के सरगनाओं की भी जांच की जा रही है. जल्द ही पूरे नेटवर्क पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. गिरफ्तार तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है.
इस सफलता में थानाध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद, एसआइ इमरान, एसआइ अशोक कुमार, पीएसआइ रवि राज कुमार सहित अन्य पुलिस बल की मुस्तैदी अहम रही. गया पुलिस की सक्रियता और तत्परता ने शहर को एक बड़ी आपराधिक घटना से बचा लिया और आमजन में सुरक्षा का भरोसा और भी मजबूत किया.
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