Gaya News: बिहार के गया जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दर्जनों नक्सली कांडों में सुरक्षा बलों का वांछित प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सब-जोनल कमांडर अखिलेश सिंह भोक्ता (पतरकी) ने सरेंडर किया है. इस नक्सली के उपर 3 लाख रुपये का इनाम रखा गया था. इस कुख्यात नक्सली ने शुक्रवार को सरेंडर किया है. मिली जानकारी के अनुसार सेमी ऑटोमेटिक राइफल के साथ पतरकी ने गया एसएसपी आनंद कुमार के समक्ष सरेंडर किया है. फिर उसकी निशानदेही पर एकमुश्त 60 आईआईडी सुरक्षाबलों ने बरामद किए हैं. गिरफ्तार नक्सली पतरकी छकरबंधा थाना के कचनार गांव का रहने वाला है.
60 IED ठिकानों की दी जानकारी
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सरेंडर के बाद इसने विस्फोटक के संबंध में पुलिस अधिकारी को जानकारी दी. फिर कचनार गांव के जंगल में जमीन में छुपा कर रखे गए 60 आईईडी बरामद किए गए हैं. यह आईईडी एक-एक किलोग्राम के थे. सुरक्षा बलों ने सभी 60 आईईडी को मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया है. इस कार्रवाई में सीआरपीएफ, एसएसबी, एसटीएफ और बीएसएपी के जवान शामिल थे.
बरामद किए गए आईईडी
गया के एसएसपी, आनंद कुमार ने कहा कि 3 लाख के इनामी नक्सली सब जोनल कमांडर अखिलेश सिंह भोक्ता ने सरेंडर कर दिया है. इसके खिलाफ करीब डेढ़ दर्जन नक्सली कांड दर्ज थे. सरेंडर करने के बाद इसके बताए गए स्थान से 60 आईईडी बरामद किए गए हैं. सरेंडर बाद इस नक्सली सब जोनल कमांडर को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत तमाम लाभ दिए जाएंगे.
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दबिश के बाद सरेंडर
जानकारी मिली है कि नक्सली सब जोनल कमांडर अखिलेश सिंह भोक्ता पिछले 10 वर्षों से सुरक्षा बलों के लिए चुनौती बना हुआ था. गया और औरंगाबाद जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में डेढ़ दर्जन से अधिक नक्सली कांड इसके खिलाफ दर्ज हैं. इस कुख्यात की गिरफ्तारी के लिए सुरक्षाबलों के द्वारा लगातार दबिश दी जा रही थी. सुरक्षाबल और पुलिस के द्वारा लगातार दबिश के बाद इस कुख्यात नक्सली सब जोनल कमांडर ने सरेंडर कर दिया.
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