कांवर यात्रा के दौरान 11 जुलाई से बोधगया पहुंचने लगेंगे कांवरिये
सुरक्षा एजेंसियों ने मंदिर की सुरक्षा को लेकर किया सचेत
वरीय संवाददाता, बोधगया.
महाबोधि मंदिर की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से सतर्कता बढ़ा दी गयी है. आगामी 11 जुलाई से बाबाधाम जाने वाले कांवरियों की आवाजाही बढ़ जायेगी व बाबाधाम जाने व वापसी में भी कांवरियों का महाबोधि मंदिर में पूजा-दर्शन के लिए आना होता है. मुख्य रूप से औरंगाबाद, सासाराम व झारखंड के सीमावर्ती जिलों यथा पलामू, गढ़वा, चतरा व अन्य जगहों के कांवरिया बोधगया पहुंचते हैं. यहां महाबोधि मंदिर में पूजा-दर्शन करते हैं. उनकी संख्या भी ठीक-ठाक होती है. यह भी कि धार्मिक यात्रा पर आये कांवरियों के साथ चेकिंग प्वाइंट पर थोड़ी नरमी भी बरती जाती है. लेकिन, सुरक्षा एजेंसियों ने सचेत किया है कि महाबोधि मंदिर को नुकसान पहुंचाने व बोधगया की शांति को भंग करने के उद्देश्य से कांवरियों के वेश में कोई भी प्रवेश कर सकता है. इसके लिए चौकसी व सतर्कता बढ़ने की जरूरत है. महाबोधि मंदिर परिसर के बाहर भी ज्यादा संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा होने से परहेज करने को कहा गया है. इसको लेकर मंदिर की सुरक्षा की आंतरिक रूप से समीक्षा की जा रही है व कांवरियों की आवाजाही शुरू होते ही मंदिर की इंट्री प्वाइंट पर जांच की प्रक्रिया को और सख्त करने व उनके साथ रहे थैलों की लगेज स्कैनरों को मुकम्मल जांच के निर्देश दिये गये हैं. हालांकि, इस संबंध में मंदिर के सुरक्षा इंचार्ज का कहना है कि महाबोधि मंदिर की सुरक्षा हर वक्त चौकस होती है, फिर भी कांवरियों की भीड़ को देखते हुए चौकसी को और बढ़ा दी जायेगी. उल्लेखनीय है कि कांवरियों के साथ ही अब श्रीलंका के भी श्रद्धालु बोधगया पहुंचेंगे व ऐसे में जांच-पड़ताल बढ़ाना लाजिमी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है