नीरज कुमार/Pind Daan: कोलकाता में मेडिकल छात्रा के साथ पिछले साल गैंगरेप करके उसकी हत्या कर दी गयी थी. मृतका के माता-पिता अपनी बेटी की आत्मा की शांति के लिए अब एकसाल बाद बिहार के गया आए. घटना के एक साल बीत जाने के बाद मृतका के माता-पिता विष्णुपद स्थित श्री शंकराचार्य मठ पहुंचे और अपनी बेटी की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान का कर्मकांड किया.मृतका के पिता ने कहा कि उन्होंने शासन प्रशासन का कई बार दरवाजा खटखटाया, लेकिन अब तक न्याय नहीं मिला. सभी आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं. उन्होंने कहा कि जबतक दोषी को सजा नहीं होगी, उनकी बेटी की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी.
मृतका डॉक्टर के माता-पिता ने गया में किया पिंडदान
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की मृतका डॉक्टर के माता-पिता बुधवार को गया पहुंचे, जहां उन्होंने विष्णुपद, देवघाट और अक्षयवट में अपनी बेटी की आत्मा की शांति और मोक्ष प्राप्ति की कामना को लेकर विधिपूर्वक पिंडदान, श्राद्धकर्म और तर्पण किया. इस दौरान मृतका के पिता ने पत्रकारों से बातचीत में भावुक होकर कहा कि जब तक आरोपित को फांसी की सजा नहीं मिलेगी, हमारी बेटी की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी. उन्होंने न्यायालय और शासन-प्रशासन से मामले में दोषियों को फांसी देने की मांग की. गौरतलब है कि घटना को नौ अगस्त को एक वर्ष पूरा होने जा रहा है. एक साल बाद भी न्याय न मिलने से व्यथित माता-पिता ने गया जी में आकर पिंडदान का कर्मकांड किया. मृतका के पिता ने कहा कि जो काम आज हमारी बेटी को हमारे लिए करना चाहिए था, वह हम उसके लिए कर रहे हैं. उन्होंने पहले विष्णुपद मंदिर परिसर स्थित शंकराचार्य मठ में पिंडदान आरंभ किया, फिर गर्भगृह, प्रेतशिला और अक्षयवट जाकर कर्मकांड पूर्ण किया.
पश्चिम बंगाल सरकार पर गंभीर आरोप
बातचीत के क्रम में मृतका के पिता ने पश्चिम बंगाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने सबूतों को मिटाने और आरोपियों को संरक्षण देने का काम किया है. उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार के रवैये से न्याय मिलना मुश्किल लग रहा है. फिलहाल इस मामले की जांच सीबीआइ कर रही है, लेकिन परिजनों का कहना है कि उम्मीद के मुताबिक कोई ठोस कार्रवाई या न्याय नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखा गया है, पर अब तक संतोषजनक जवाब नहीं मिला. मृतका के परिजन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार लगा रहे हैं. उनका कहना है कि यदि नीतीश कुमार बंगाल व केंद्र सरकार पर दबाव बनाएं, तो कार्रवाई संभव हो सकती है और उन्हें न्याय मिल सकता है. परिजनों ने कहा कि गया जी में पिंडदान करने से अकाल मृत्यु होने पर भी मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसी आस्था के साथ वे अपनी बेटी की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए यहां पिंडदान करने आये हैं.