मुख्य संवाददाता, गया जी.
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर बुधवार को गया पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने मगध प्रमंडलीय कार्यालय एवं समाहरणालय सभागार में महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण से संबंधित कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक की. इसके साथ ही एसएसपी कार्यालय में 52 मामलों की जनसुनवाई कर पीड़ित महिलाओं की समस्याएं सुनीं और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश दिया. प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में प्रमंडलीय आयुक्त एएन सफीना, आइजी क्षत्रनील सिंह, सभी जिलों के डीएम और एसपी उपस्थित थे. बैठक में अध्यक्ष ने जिले में महिला सुरक्षा से जुड़े चल रहे कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने बताया कि बिहार में महिलाओं की भागीदारी हर क्षेत्र में बढ़ी है और पुलिस बल में भी उनकी संख्या में इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं महिलाओं के सशक्तीकरण में सहायक हैं. जीविका समूह के माध्यम से आज बिहार लखपति दीदी की संख्या में देश में अग्रणी है. अध्यक्ष रहाटकर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर जिले में महिला सुरक्षा समिति को सक्रिय रूप से काम करना चाहिए. महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी दी जाये और ऐसा सुरक्षित माहौल बनाया जाये, जिसमें वे बिना भय और भेदभाव के कार्य कर सकें. बैठक के बाद आयोजित प्रेसवार्ता में अध्यक्ष ने कहा कि गया व आसपास के गांवों की पीड़ित महिलाएं अपनी समस्याएं लेकर दिल्ली नहीं पहुंच सकतीं. इसलिए हम खुद यहां आकर जनसुनवाई कर रहे हैं, ताकि उन्हें त्वरित न्याय मिल सके. उन्होंने बताया कि एसएसपी कार्यालय में 52 मामलों की जनसुनवाई की गयी, जिसमें कई पीड़ित महिलाएं भी शामिल थीं. इस दौरान डीएम और एसएसपी के साथ बैठक कर महिला सशक्तिकरण की योजनाओं की भी समीक्षा की गयी.महिलाएं हो रहीं जागरूक, आगे आकर रख रहीं अपनी बात
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह समाज के लिए सकारात्मक संकेत है कि महिलाएं अब जागरूक हो रही हैं और खुद अपनी समस्याओं को सामने ला रही हैं. आयोग को देशभर से शिकायतें मिलती हैं, जिनकी जांच और रिपोर्ट तैयार कर संबंधित अधिकारियों से कार्रवाई कार्रवाई जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है