बोधगया. मगध विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय एवं एशियाई अध्ययन विभाग के सहायक प्राध्यापक शंकर शर्मा ऑस्ट्रेलिया के डर्विन में 22 से 28 जून को आयोजित होने वाले 10वां विश्व पुरातत्त्व अधिवेशन (वर्ल्ड आर्कियोलॉजिकल कांग्रेस) में भाग लेने जा रहे हैं. इस अधिवेशन में उनके द्वारा किए जा रहे पुरातत्त्व के विभिन्न गहन विषयों पर शोध-पत्र प्रस्तुत किये जायेंगे. विदित हो कि श्री शर्मा विभिन्न दो अलग-अलग सत्रों में दो विषयों पर शोध आलेख प्रस्तुत करेंगे, जिसका विषय होगा सेटलमेंट डिक्लाइन इन बिहार पलेन्स इन सिक्स्थ सेंचुरी सीइ : ए जिओ-आर्किऑलोजिकल इंवेस्टिगेसन. जिसमें उनके द्वारा किये गये वैज्ञानिक शोध के माध्यम से यह बात प्रकट किया जायेगा कि छठी सदी ई तक कैसे प्राचीन विकसित नगरों का पतन हो गया. दूसरे प्रेजेंटेसन प्रिजरविंग हेरिटेज इन द फेस ऑफ कान्फ्लिक्ट बिटविन प्रेजेंट जेनरेशन ऐंड हिस्ट्री में इस बात को रखेंगे कि आधुनिकीकरण एवं नगरीकरण की होढ़ में सरकार व समाज के एक मत नहीं होने तथा समझ की कमी तथा उचित रिसर्च नहीं होने के कारण वैश्विक महत्व के धरहोरों का विनाश कैसे हो रहा है. इसमें इस बात को भी प्रकट किया जायेगा कि सांस्कृतिक महत्व के साथ प्राकृतिक महत्व को भी ध्यान में रखते हुए पुरातात्त्विक धरोहरों को युग-युगीन तक सहेजने की आवश्यकता है.
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