एबीवीपी सदस्यता कार्यशाला में सदस्यता अभियान की गतिविधियों पर हुई चर्चा
संवाददाता, गया जी.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से गुरुवार को जगजीवन कॉलेज में सदस्यता कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें आगामी सदस्यता अभियान की रणनीति, कार्य विभाजन, प्रचार-प्रसार योजना तथा संगठन विस्तार को लेकर विचार-विमर्श किया गया. कार्यशाला में निर्णय लिया कि एबीवीपी गया जिले में इस वर्ष कुल 30,000 छात्र-छात्राओं को संगठन का सदस्य बनायेगी. यह सदस्यता अभियान जिले के 14 प्रखंडों, सभी सरकारी व निजी कॉलेजों, कोचिंग संस्थानों, तकनीकी संस्थानों, ग्रामीण अंचलों व शहरी क्षेत्रों में समान रूप से चलाया जायेगा. कार्यशाला के संबोधन में पवन मिश्रा ने कहा कि एबीवीपी का सदस्यता अभियान केवल एक संख्या बढ़ाने की कवायद नहीं, बल्कि यह एक वैचारिक आंदोलन है. हम चाहते हैं कि जिले के हर छात्र तक राष्ट्रभक्ति, सामाजिक संवेदना, शिक्षा सुधार और छात्र अधिकारों की लड़ाई का यह संदेश पहुंचे. यह अभियान छात्रों में नेतृत्व निर्माण और राष्ट्रनिर्माण की भावना का संचार करेगा. मैक्स अवस्थी ने कहा कि सदस्यता अभियान के अंतर्गत हम छात्राओं, ग्रामीण छात्रों, वंचित तबकों तथा नयी शिक्षा नीति से जुड़ रहे नवाचारों को समझने वाले युवाओं तक प्राथमिकता से पहुंच बनायेंगे.विभाग संगठन मंत्री मोहित भदौरिया ने संगठन की कार्यपद्धति, सदस्यता प्रक्रिया एवं कार्यप्रणाली के तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया. एसएफडी प्रांत संयोजक सूरज सिंह ने कहा कि जिले में तकनीकी शिक्षा से जुड़े छात्रों, नवाचारियों और शोधकर्ताओं तक पहुंच बनाने का प्रयास किया जायेगा. छात्र केवल पाठ्यपुस्तक तक सीमित नहीं है, वह नवाचार और नेतृत्व के लिए तैयार हैं, तो ऐसे युवाओं को एबीवीपी मंच देगा. समाज की अंतिम पंक्ति के छात्रों को संगठन की मुख्यधारा से जोड़ना इस अभियान की प्राथमिकता होनी चाहिए. मौके पर आयुष कुमार, नंदिनी कुमारी, हर्ष कुमार, धीरज केसरी, सुनील कुमार, शंकर, साक्षी गिरि, अंकित कुमार, राकेश, ऋतिक रोशन व अन्य रहे.
सदस्यता के लिए सभी इकाइयों की भूमिका स्पष्ट की
कार्यशाला में जिला स्तरीय, नगर स्तरीय, प्रखंड स्तरीय व कॉलेज इकाइयों की भूमिका स्पष्ट की गयी. सभी कार्यकर्ताओं को सदस्यता फॉर्म भरना, डिजिटल सदस्यता करना, संपर्क संवाद करना, सामूहिक बैठकों का आयोजन करना और नव सदस्य संवाद जैसे कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया गया. प्रचार सामग्री, जैसे पोस्टर, बैनर, पंपलेट, स्टिकर और सोशल मीडिया कैंपेन के स्वरूप को साझा किया. यह तय किया गया कि सोशल मीडिया पर जिले का अभियान पूरे बिहार में मॉडल बने.छात्र संकल्प पत्र तैयार करने का निर्णय
जिले के कॉलेजों में समस्याओं को लेकर अभियान के दौरान जन जागरण किया जायेगा. संगठन हर कॉलेज में छात्रों से सुझाव लेकर एक “छात्र संकल्प पत्र” तैयार करेगा, जिसे आगामी समय में स्थानीय प्रशासन व कुलपति को सौंपा जायेगा.
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