जमुई. जिले में राजस्व महाअभियान के तहत जमाबंदी की अशुद्धियों को दूर करने और भूमि से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए सोमवार को समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में मास्टर ट्रेनरों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर पर डीएम श्री नवीन ने कहा कि राजस्व महाअभियान कोई सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक जनोन्मुखी पहल है, जिसका उद्देश्य हर घर तक पारदर्शी राजस्व सेवा पहुंचाना और भू-राजस्व रिकॉर्ड को अद्यतन करना है. उन्होंने बताया कि इस अभियान के माध्यम से पैतृक संपत्ति के बंटवारे में नामांतरण, जमाबंदी से संबंधित त्रुटियों को सुधारने तथा अन्य भूमि विवादों का समाधान सुनिश्चित किया जायेगा. डीएम ने मास्टर ट्रेनरों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण के बाद वे अंचल स्तर पर जाकर अभियान को धरातल पर प्रभावी ढंग से लागू करेंगे. उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति टोला तक विशेष अभियान चलाकर डॉ आंबेडकर समग्र सेवा अभियान की तर्ज पर वंचित वर्गों को लाभ पहुंचाया जायेगा. इस दौरान उपस्थित अधिकारियों को राजस्व महाअभियान की रणनीति, तकनीकी पहलुओं, पोर्टल के उपयोग, आवेदन प्रक्रिया, माइक्रो प्लान और क्रियान्वयन मॉडल के बारे में पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी गई. उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रत्येक जमाबंदी प्रति को साक्ष्य के साथ कम्प्यूटरीकृत किया जायेगा. बैठक में अपर समाहर्ता जमुई, उप समाहर्ता भूमि सुधार, विशेष कार्य पदाधिकारी सहित जिले के सभी अंचलाधिकारी और संबंधित कर्मचारी उपस्थित थे.
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