कटिहार रेल मंत्रालय के अनुरूप पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने दो महत्वपूर्ण नीतिगत संशोधन जारी किये हैं. उद्देश्य सुचारू व अधिक लागत प्रभावी माल परिवहन को सुगम बनाना था. इन दोनों से जोन के अधीन और इसके बाहर रेलवे के ग्राहकों और स्टेकधारकों को लाभ होगा. माल परिवहन से जुड़े ग्राहकों को एक बड़ी राहत देते हुए, अगस्त में कवर्ड वैगन में परिवहन किए जाने वाले माल पर 15% की दर से व्यस्त सीज़न शुल्क (बीएससी) नहीं लगाने का निर्णय लिया गया है. मौजूदा गतिशील मूल्य निर्धारण नीति के अनुसार, बीएससी सितंबर को छोड़कर पूरे वर्ष लागू रहता है. हालांकि, सक्षम प्राधिकारी द्वारा समीक्षा के आधार पर, यह छूट अब अगस्त में भी लागू किया गया है. इस सक्रिय उपाय से मानसून के महीने में लॉजिस्टिक लागत कम होने और अधिक माल ढ़ुलाई को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. वीएससी लगाने से संबंधित अन्य सभी निर्देश अपरिवर्तित रहेंगे. लोडिंग अनलोडिंग में दिया 8 घंटे का समय एक अन्य घटनाक्रम में, रेलवे बोर्ड ने इंजन-ऑन-लोड (ईओएल) टर्मिनलों पर स्वीकृत खाली समय के दिशानिर्देशों में भी संशोधन किया है. बीसीएनएचएल रेकों के लिए एक अलग प्रावधान किया है, जिसके तहत लोडिंग और अनलोडिंग दोनों कार्यों के लिए 8 घंटे का निःशुल्क समय दिया गया है. अन्य प्रकार के कवर्ड रेकों के लिए, 6 घंटे का मौजूदा निःशुल्क समय जारी रहेगा. विलंब शुल्क और व्हारफेज छूट पर यह संशोधन रेट्स मास्टर सर्कुलर का हिस्सा है और 17 जुलाई से प्रभावी होगा. बीसीएनएचएल रेकों के लिए बढ़ाए गए निःशुल्क समय से टर्मिनल संचालन में सुगमता और विलंब शुल्क की घटनाओं में कमी होने की उम्मीद है, जिससे ग्राहकों और रेलवे दोनों को लाभ होगा. ये नीतिगत उपाय ग्राहक-अनुकूल और कुशल माल परिवहन को बढ़ावा देने के प्रति एनएफआर की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता हैं. शुल्कों को युक्तिसंगत बनाने और परिचालन लचीलापन प्रदान करके, इस जोन का उद्देश्य उद्योगों को सहयोग करना, माल परिवहन को बढ़ावा और समग्र रूप से व्यापार को सुगम बनाना है. सभी स्टेकधारकों को बेहतर लॉजिस्टिक्स योजना एवं लागत अनुकूलन के लिए इन लाभों की सुविधा उठाने के लिए आमंत्रित करता है. कपिंजल किशोर शर्मा, सीपीआरओ, एनएफ रेलवे
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