– बिहार महिला समाज की टीम ने लिया घटना स्थल का जायजा कटिहार पूर्णिया में डायन बताकर एक ही परिवार की तीन महिलाओं और दो पुरुषों को ज़िंदा जलाकर मार देने के मामले को लेकर बिहार महिला समाज की ओर से एक जांच दल पूर्णिया के राज रानीगंज पंचायत के टेटगामा टोले में गया और पूरे मामले की छान बीन की. जांच टीम में बिहार महिला समाज की महासचिव राजश्री किरण, पूर्व एमएलसी उषा सहनी, प्रो चंदना झा, अधिवक्ता प्रीति झा, ललिता देवी पूर्व मुखिया, देवकी देवी,आदि शामिल थी. जब महिला समाज की टीम वहां पहुंची तो टोले में वीरागनी पसरी थी. करीब 60 घरों वाले इस टोले में अब सिर्फ़ मृतक परिवार के परिजन बचे हैं और बाक़ी सभी टोले में रहने वाले फरार है. इसकी वजह यह है कि इस पूरे टोले पर ही पांच लोगों को मारने और जलाने को लेकर एफ़आईआर दर्ज हुई है. बिहार महिला समाज की राज्य स्तरीय जांच टीम ने मामले की गहराई से छानबीन करने के बाद इस घटना के लिए राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. जांच टीम ने शामिल प्रतिनिधियों ने कहा कि डायन प्रथा प्रतिषेध कानून के होते हुए इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. दुःखद है कि कई कई घंटे तक चले अत्याचार के इस दौर की भनक तक पुलिस को नहीं लगी. वहां के लोगों के अनुसार घटना के घटित होने के कई दिन गुजर जाने पर भी अपराधियों की गिरफ्तारी की रफ्तार धीमी है. बिहार महिला समाज नितीश सरकार से यह मांग की है कि जल्द से जल्द घटना की तहकीकात कर दोषियों को गिरफ्तर कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाय. गांव के लोगों को की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जाय. पीड़ित परिवार के सदस्यों को उचित मुआवजा दी जाय. पीड़ित परिवार के नाबालिग बच्चे की पुख्ता सुरक्षा, उसकी पढ़ाई लिखाई और भरण पोषण के लिए मुआवजा सहित उचित व्यवस्था की जाय.
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