बिहार के कटिहार जिले में स्थित एक मदरसे में हैवानियत का पोल खुला है. हसनगंज थाना क्षेत्र के जगन्नाथपुर पंचायत स्थित एक मदरसे में छात्र को मौलाना ने क्रूर सजा दी. छात्र के मुंह में जलती हुई माचिस की तीली डाल दिया. जिसके कारण बच्चे की आवाज तक बंद हो गयी. छात्र के परिजनों ने बंद कमरे में प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
मदरसे में मौलाना ने दी क्रूर सजा, छात्र के परिजनों का आरोप
हसनगंज थाना क्षेत्र के जगन्नाथपुर पंचायत में स्थित मदरसा रहमत ए आलम में पढ़ने वाले 12 वर्षीय छात्र कौशर आलम के साथ हैवानियत की हदें पर कर दी गयी है. परिजनों का आरोप है कि मदरसे के हेड मौलवी परवेज आलम ने बच्चे को सिर्फ इसलिए बेरहमी से पीटा क्योंकि वह कुछ दिन तक मदरसा नहीं आ पाया था.
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पहले पीटा और फिर मुंह में डाल दी जलती हुई तीली
बताया जाता है कि मौलवी ने पहले कौशर को बुरी तरह पीटा और फिर उसके मुंह में जलती हुई माचिस की तीली डाल दी. इस अमानवीय सजा से कौसर की हालत गंभीर हो गई है. उसकी आवाज तक बंद हो गयी है.
परिजनाें का आरोप, उनके साथ भी किया गलत व्यवहार
घायल अवस्था में छात्र को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसका इलाज हो रहा है. जब परिजन घटना की जानकारी लेने मदरसा पहुंचे तो उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया गया. परिजनों का आरोप है कि उन्हें एक कमरे में बंद कर प्रताड़ित किया गया. यह घटना पूरे इलाके में सनसनी फैलाने वाली बन गई है.
मौलवी की सफाई- ये मरे खिलाफ साजिश
हेड मौलवी परवेज आलम ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा कि उन पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं. उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. मामला सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आ गई है. पीड़ित परिजनों की शिकायत पर जांच शुरू कर दी गई है. मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. पुलिस का कहना है की जांच के बाद दोषी पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.