कटिहार जिले के अमदाबाद प्रखंड के बैरिया स्थित गौरीपुर घासिया निवासी रिंटू मंडल पिता सीताराम मंडल को गांव के ठेकेदार फेकन मंडल के कहने पर गुजरात चावल मिल में काम करने के लिए ले गये थे. जहां युवक की तबीयत खराब हो गयी. ठेकेदार ने इलाज कराने की जगह उसे अकेले ट्रेन पर चढ़ा कर घर भेज दिया था. जिससे युवक की मौत ट्रेन में ही हो गयी थी. 23 जुलाई को ही परिजन शव लेकर घर पहुंचे. पर घर की आर्थिक हालत इतनी खराब थी कि युवक की डेड बॉडी तीन दिन से घर पर पड़ा रहा. उसके पास दाह संस्कार के लिए रुपये नहीं थे. ठेकेदार एवं राइस मिल के मालिक ने किसी भी तरह की सहायता नहीं दी और ना ही प्रशासन किसी भी तरह से मदद किया. उक्त घटना की जानकारी मिलते ही जन सुराज पार्टी के राज्य कोर कमेटी सदस्य निशिकांत मंडल, विधानसभा प्रभारी प्रदुमन ओझा, इंजीनियर सुभाष कुमार मंडल, कुंदन कुमार उनके परिवार से मिले. जन सुराज पार्टी की ओर से सरकार की ओर से 10 लाख मुआवजा देने की मांग की गयी है. परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन को आवेदन देने पर ठेकेदार के ऊपर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गयी. ना ही प्रशासन के द्वारा किसी भी तरह का अंत्येष्टि के लिए गरीब असहाय परिवार को मदद की. परिवार का आर्थिक स्थिति कितना दयनीय है कि शव का हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दाह संस्कार भी नहीं कर पाये. अंत में शव को मिट्टी में परिजन गाढ़ने को मजबूर हो गये.
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