अमदाबाद प्रखंड के भोलामारी गांव के समीप करीब 400 मीटर महानंदा बांध पर बनी सड़क काफी जर्जर हो गयी है. इस होकर आवागमन करने में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस होकर असंतुलित होकर वाहन चलती है. हालांकि इस सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. प्रतिदिन इस सड़क से होकर चलने वाली दो पहिया वाहन चालक गिर जाते हैं, उन्हें हल्की-फुल्की चोटें भी आती है. हालांकि सड़क इतना जर्जर हो गया है कि पहले गियर से दूसरी गियर लगाने का मौका नहीं मिलता है. इस होकर प्रतिदिन करीब 20000 की आबादी आवागमन करती है. अमदाबाद प्रखंड के दुर्गापुर, चौकिया पहाड़पुर एवं भवानीपुर खट्टी पंचायत के लोग इसी सड़क से आवागमन करते हैं. साथ ही यह सड़क पश्चिम बंगाल के नक्कटी ब्रिज को भी जोड़ती है. अमदाबाद प्रखंड सहित जिले के लोग भी इसी होकर पश्चिम बंगाल के मालदा जिला अंतर्गत नक्कटी ब्रिज होकर पश्चिम बंगाल के विभिन्न शहरों तक पहुंचाते हैं. हाल के दिनों में मनिहारी एसडीएम एवं एसडीपीओ सहित बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल कटिहार के अधीक्षण अभियंता सहित अन्य अधिकारियों की बैठक रैयत एवं स्थानीय ग्रामीणों के साथ बैठक हुई थी. एक दशक से अधिक समय बीत जाने के बाद भी महानंदा बांध में जमीन दान करने वाले जमीन दाता को जमीन की मुआवजा नहीं मिला है. राहगीर साधु मंडल, मनोज मंडल, अनिल, रोशन, भोला इत्यादि लोगों ने बताया कि चौकिया पहाड़पुर एवं दुर्गापुर व भवानीपुर खट्टी पंचायत के लिए यह सड़क लाइफ लाइन के नाम से जाना जाता है. इसके बावजूद भी एक दशक बीत जाने के बाद भी इसे दुरुस्त नहीं कराया गया है. बाढ़ बरसात के दिनों में अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यहां के लोग बराबर इस सड़क को दुरुस्त करने की मांग करते हैं. इसके बावजूद भी विभाग उदासीन बनी है.
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