बहुत ही सस्ते दामों पर मरीजों को उपलब्ध हो रही हैं दवाइयां कटिहार गरीब मरीजों के लिए जन औषधि केंद्र किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रहा है. पैसे के अभाव में कोई गरीब मरीज दवाई के लिए घर वापस लौटने के लिए मजबूर नहीं हो रहा है. सदर अस्पताल में गरीब मरीजों को जो दवाई नहीं मिल पा रही है. उनकी खरीदारी वह बेहद ही कम दरों पर जन औषधि केंद्र पर दवाई खरीदारी कर रहे हैं. दरअसल सदर अस्पताल में 200 के आसपास करीब दवाई उपलब्ध है. लेकिन कई दवाई ऐसे भी है जो सदर अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल पाता है. ऐसे में बेहद ही कमदरों पर सभी प्रकार की दवाई जन औषधि केंद्र में मरीज को निर्गत हो रही है. जन औषधि केंद्र में कुल मिलाकर 585 किस्म की दवाई उपलब्ध है. इसमें हर बीमारी की दवाई के लिए मरीज को अब बाहर खरीदारी करने के जरूरत नहीं पड़ती है. जन औषधि केंद्र में न केवल गरीब मरीज खरीदारी कर रहे हैं बल्कि गुणवत्ता पूर्ण दवाई के कारण परिपूर्ण लोगों का भी आकर्षण जन औषधि केंद्र की और खिंच गया है. यह केंद्र गरीब मरीजों के लिए इसलिए वरदान साबित हो रहा है. क्योंकि बाहर के दवाई के कीमतों में 60 से 80 प्रतिशत तक के कम दरों पर जन औषधि केंद्र में दवाई मरीजों को मिल जाती है. ऐसे में गरीब मरीज के लिए यह केंद्र काफी उपयोगी और लाभकारी साबित हो रहा है. दवाई खरीदारी के लिए मरीजों की लगी रहती है भीड़ इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग सबसे ज्यादा बीमार पड़ रहे हैं. शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक तौर पर भी 10 में से सात लोग किसी न किसी बीमारी से ग्रसित है. शायद ही कोई ऐसा घर परिवार होगा जहां परिवार के कोई सदस्य बीमार न हो और उनकी दवाई न चल रही हो. वैसे तो केंद्र में 585 किस्म की दवाई उपलब्ध है. हर बीमारी की दवाई की खरीदारी भी खूब होती है. लेकिन सबसे ज्याद ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीजों की दवाई के लिए तांता लगा रहता है. बाहर की दवाई और जन औषधि केंद्र की दवाई के मूल्य में जमीन आसमान का अंतर रहने के कारण लोग जान औषधि केंद्र में ही ज्यादातर दवाई की खरीदारी करते है. ब्लड प्रेशर से ग्रसित तथा शुगर से ग्रसित मरीजों को रोजाना दवाई खानी पड़ती है. ऐसे में बीपी के मरीज के लिए जो दवाई बाहर 80 से 100 रुपए में 10 पीस आती है. इस केंद्र में मात्र 12 रु मिल जाती है. किडनी संबंधित बीमारी दवाई जो यूरीमैक्सडी है जो बाहर में 585 में मिलती है. वह यहां पर मात्र 26, 40 पैसे में मिल जाती है. फैटी लीवर की दवाई 950 रुपए जो बाहर मिलती है. यहां 160 रुपए में मात्र मिल जाती है. हर बीमारी के लिए कम किफायती दरों पर मरीज को दवाई मिल जाती है. सभी प्रकार की दवाई है गुणवत्तापूर्ण, नहीं है किसी में कमी जन औषधि केंद्र में दवाई खरीदारी कर रहे लोगों ने दवाई को लेकर अपने अपने राय दिये. रेलवे से रिटायर कर्मी गौशाला निवासी विजय सुदामा ने कहा कि मुझे प्रेशर की बीमारी है. जो दवाई बाहर 93 रुपए में मिलती है. वह मात्र यहां पर 12 रु में मिल जाती है. पिछले एक सालों से ऊपर से यहीं पर दवाई की खरीदारी कर रहा हूं. गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी नहीं है. रामनगर की रहने वाली सविता देवी ने कहा कि अस्पताल में जो दवाई नहीं मिली वह यहां खरीदारी कर रहे हैं. बाहर से एकदम कम दामों पर दवाई मिल जाती है. पहले भी यहां से दवाई खरीदारी की है दवाई में कोई कमी नहीं है. कहते हैं सिविल सर्जन सिविल सर्जन डॉक्टर जितेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की योजना के तहत गरीब मरीजों को कम दरों पर दवाई उपलब्ध कराने को लेकर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र को संचालित किया गया है. जो दवाई अस्पताल में मरीजों को उपलब्ध नहीं होती है. ऐसे में मरीज कमदरों पर जन औषधि केंद्र में दवाई की खरीदारी कर सकते हैं. कहते है संचालन कर्ता जन औषधि केंद्र के संचालन कर्ता सच्चितानंद महतो उर्फ लख्खी महतो ने कहा कि केंद्र में 585 किस्म की दवाई उपब्ध है. बाजार से 60 से 80 प्रतिशत कमदारों पर दवाई मिलती है. गुणवत्ता पूर्ण के मामले में सरकार ने दवाई से कोई समझौता नहीं किया है.
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