कुरसेला गंगा, कोसी के जलस्तर में वृद्वि से मौसमी नदियों के श्रोत मुख्य नदियों से मिल गये हैं. मौसमी नदियों, जलाशयों में बाढ़ का फैलाव लगातार बढ़ता जा रहा है. तटीय क्षेत्रों के निचले भूभाग का गांव बाढ़ से घिरने लगे हैं. गंगा सहित कोसी नदियों के जलस्तर में उफान बना हुआ है. कोसी नदी कुरसेला में चेतावनी निशान को पार कर 29.60 सेमी के जलस्तर पर प्रवाहित हो रही है. नदी के जलस्तर में आगामी चौबीस घंटे में दस सेमी वृद्वि का सम्भावना जतायी गयी है. कोसी नदी खतरे के निशान से महज चालीस सेमी नीचे रह गया है. अनुमान है नदी के जलस्तर में वृद्वि जारी रहने के स्थितियों में अगामी तीन दिनों के अंदर कोसी नदी खतरे के निशान को पार कर जायेगी. नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में बारिश के अधिक होने से कोसी नदी के जलस्तर में उफान बना हुआ है. सम्भावना है कि आगामी कुछ दिनों तक नदी का उफान बना रह सकता है. गंगा नदी में बाढ़ उफान निरंतर बना हुआ है. उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश में अधिक बरसात होने से गंगा में सैलाव की स्थिति बनी हुई है. दोनों नदियों में उफान बने रहने से कुरसेला परिक्षेत्र में बाढ़ संकट का खतरा बढ़ता जा रहा है. तटीय क्षेत्र के गांव पत्थल टोला, खेरिया, तीनघरिया, बसुहार, मजदिया, मलेनियां, मिर्जापुर, बालू टोला, शेरमारी, चांयटोला कटरिया, कमलाकान्ही, कटरिया, रामपुर, ग्वालटोली, कुरसेला बस्ती, गुमटी टोला आदि गांवों के आसपास पानी का फैलाव बढ़ रहा है. बाढ़ खतरे को लेकर आमजनों में दहशत छा गया है. निचले भूभाग में लगे भदई फसलों के बाढ़ में डूब कर बर्बाद होने का खतरा बढ़ता जा रहा है. कटरिया, घुरना बल्थी महेशपुर सड़क सह बांध, मेहर टोला बल्थी महेशपुर सड़क, मेली के बारह नम्बर ठोकर पर बाढ़ के पानी का दबाव बढ़ने का खतरा उत्पन्न हो गया है. कुरसेला- बाघमारा- पचखुट्टी सड़क पर चढ़ा बाढ़ का पानी एनएच 31 सड़क से बाघमारा पचखुटी गांव को जोड़ने वाली सड़क पर बाढ़ के पानी का बहाव होने से इन गांवों का मुख्य सड़क से समर्पण भंग हो गया है. आशंका है कि नदियों के जलस्तर में वृद्वि जारी रहने से आगामी दो दिनों में सड़क का बड़ा हिस्सा पानी में डूब जायेगा. बाघमारा पचखुटी गांव के लगभग तीन हजार आबादी के समक्ष आवागमन का गहन संकट उत्पन्न हो गया है. नाव के सहारे इन गांवों के ग्रामीणों का मुख्य सड़क तक आवागमन करने की विवशता बन गयी है. जानकारी अनुसार इन जगहों पर आवागमन के लिये सरकारी स्तर पर नाव की सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गयी है. गांव के आमजनों के समक्ष हाट बाजार व प्रखंड मुख्यालय तक आवागमन करने की विकट परेशानी उत्पन्न हो गयी है. माना जा रहा है कि बाढ़ में वृद्वि जारी रहने से निचले भूभाग के कई सड़कों पर आगामी दिनों में पानी चढ़ सकता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है