29 से फोर्थ सेमेस्टर जून 2025 मूल्यांकन के लिए डीएस कॉलेज को जारी पत्र में त्रुटियों की भरमार – मूल्यांकन निदेशक ने माना विवि से हुई है गलती, किया जायेगा सुधार कटिहार पूर्णिया विवि में लापरवाही का एक और मामला सामने आया है. लियन पर शिक्षक के रहने के बाद भी पूर्णिया कॉलेज में बनाये गये मूल्यांकन केन्द्र पर विरमित के लिए डीएस कॉलेज प्राचार्य को एक पत्र देकर विरमित करने को आदेश दिया है. मालूम हो कि 29 जुलाई से यूजी फोर्थ सेमेस्टर जून 2025 उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए केन्द्र बनाया गया है. 28 जुलाई को विरमित के लिए जारी किया गया पूर्णिया कॉलेज में मूल्यांकन केन्द्र के बनाये गये निदेशक द्वारा डीएस कॉलेज के रसायन शास्त्र के शिक्षक डॉ विनोद कुमार ओझा को मूल्यांकन के लिए पत्र जारी किया गया है. जबकि कॉलेज के शिक्षकों का कहना है कि डॉ ओझा कई वर्षों से एलएनएमयू में परीक्षा नियंत्रक के पद पर हैं. यह गलती दूसरी बार दोहरायी गयी है. इसी तरह प्रो एसके उपाध्याय डीएस कॉलेज के प्रभारी के पद पर हैं उन्हें भी हिन्दी उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए विरमित के लिए पत्र जारी किया गया है. डॉ जितेन्द्र वर्मा की सर्विस कुछ साल पहले हुई है उन्हें डेट ऑफ ज्वाइनिंग फोर मूल्यांकन वर्क में 11 नवम्बर 1996 अंकित किया गया है. मूल्यांकन को शिक्षकों को विरमित पत्र में कई तरह की लापरवाही के बाद शिक्षाविदों में हास्यास्पद बना हुआ है. कई शिक्षाविदों का कहना है कि आनन- फानन में पुराने लिस्ट को ही बिना देखे भेज दी जाती है. इस पर अविलम्ब रोक लगाने की जरूरत हैं. पुरानी लिस्ट को भेजने से पीट रही भद यह गलती विवि की ओर से हुई है. आनन- फानन में विवि से दोपहर बाद इन सभी शिक्षकों का लिस्ट मूल्यांकन के लिए भेजा गया. कम्प्यूटर ऑपरेटर को इसे ठीक करना चाहिए था. इस तरह की गलती पिछली बार भी हुई थी. प्रो शैलेन्द्र उपाध्याय डीएस कॉलेज के प्रभारी के रूप में हैं. आवेदन देने के बाद उनके नाम की छंटनी कर दिया जायेगा. डॉ बिनोद कुमार ओझा एलएनएमयू में परीक्षा नियंत्रक के पद पर लियन पर हैं. विवि को जांच पड़ताल कर लिस्ट जारी करना चाहिए था. प्रो इश्तियाक अहमद,मूल्यांकन निदेशक, यूजी फोर्थ सेमेस्टर जून 2025
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