कटिहार शहर के डीएस कॉलेज रोड इस्लामपुर पीर बाबा मजार पर सोमवार को चादर पोशी की गयी. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सरकार मुफ्ती गुलाम रसूल का 13वां उर्स व चादर पोशी बड़े ही धूमधाम के साथ संपन्न हुआ. सरकार मुफ्ती गुलाम रसूल कटिहार का चादर पोशी का काफिला शहर के चौधरी मोहल्ला हुसैनाबाद से निकलकर इस्लामपुर पीर बाबा मजार पहुंचा. शहजाएद मुफ्ती की अगुवाई में यह काफिला निकाली गयी. साहेब सज्जादा मौलाना अहसन रजा अपने सर पर फूलों की डाली व चादर लिए आगे चल रहे थे. पीछे पीर बाबा के चाहने वाले अकीदतमंद की जमात नारा लगाते हुए बढ़ रहे थे. पीर बाबा का आस्ताना आते-आते काफिले में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो गये. बड़े ही तहजीब के साथ सबो ने पीर मजार पर चादर पोशी की और अमन-चैन की दुआ मांगी. गौरतलब है कि पीर बाबा को हजरत मौलाना मुफ्ती गुलाम रसूल फकड़े बिहार के नाम से लोग जानते हैं. यह पीर बाबा इसी मदरसे में पढ़ाते थे. यह मदरसा जामिआ रूहुल उलूम बाबा का निर्माण किया हुआ मदरसा है. बाबा का मजार शरीफ है. हर साल बाबा का उर्स मेला इसी अहाने लगता है. कहा जाता है कि इस मजार पर जो भी सच्चे दिल से अपनी मुराद मांगी है. वह हमेशा पूरा हुआ है. इसलिए इस मजार पर लोगों की बड़ी आस्था जुड़ी हुई है. इस अवसर पर पीर मजार परिसर में रात जलसा का भी आयोजन किया गया. जहां बिहार, बंगाल, यूपी, महाराष्ट्र से आये मौलाना ने तकरीर फरमाया. जिसे सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ रही. कार्यक्रम को सफल बनाने में उपमेयर मंजूर खान, मौलाना मसूद रजा, जाहिद, अंजनी वर्मा, मौलाना मुख्तार हाफिज हसीब, इसतियाक आलम, मौलाना गुलाम गौस, डॉ मोहसिन रजा, आजाद, फुरकान रजा, गुड्डू, आरिफ रजा मुनव्वर, जहांगीर, अब्दुल जब्बार, मोबीन, सलाउद्दीन, अली रजा, मनमुंड रशीद, मिनाज खान, जाकिर हुसैन, नजमुल रजा आदि ने अपनी अहम भूमिका निभायी.
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