कोढ़ा कोढ़ा प्रखंड छेत्र मे महिनाथपुर पंचायत के किसान राम विलास शर्मा ने पपीता की खेती कर न सिर्फ खुद को आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि गांव के कई लोगों को भी रोज़गार उपलब्ध करा रहे हैं. कभी दूसरे राज्यों में पलायन को मजबूर रहने वाले मजदूर अब गांव में ही काम कर रहे हैं और अपने परिवार का पालन-पोषण कर पा रहे हैं. राम विलास शर्मा ने बताया कि पहले वे पारंपरिक खेती करते थे, लेकिन उसमें ज्यादा मुनाफा नहीं होता था. कुछ साल पहले उन्होंने पपीता की खेती शुरू की, जिसमें मेहनत तो ज्यादा थी, लेकिन बाजार में मांग और कीमत अच्छी होने के कारण आमदनी भी कई गुना बढ़ गई. आज वे एक सीजन में लाखों की कमाई कर रहे हैं. उनके खेतों में दर्जनों मजदूर नियमित रूप से काम करते हैं। पपीता की अच्छी पैदावार और बाजार में अच्छी मांग ने उन्हें स्थानीय स्तर पर एक प्रेरणा बना दिया है. राम विलास शर्मा कहते हैं, अगर मेहनत और सोच में बदलाव हो तो गांव में भी खुशहाली लाई जा सकती है। अब गांव के कई युवा भी आधुनिक खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं। पंचायत स्तर पर भी इस पहल की सराहना हो रही है और कृषि विभाग द्वारा भी तकनीकी सहायता दी जा रही है। उनकी इस पहल ने यह साबित कर दिया है कि गांवों से पलायन रोका जा सकता है, बस जरूरत है सही दिशा में कदम बढ़ाने की।
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