– स्थायी प्राचार्य नहीं आने व प्रभारी को वित्तीय पावर नहीं मिलने से हो रही परेशानी – एक अगस्त को डीएस कॉलेज के स्थापना दिवस तैयारी पर भी संकट कटिहार डीएस कॉलेज का 72वां स्थापना दिवस एक अगस्त को मनाया जाना है. स्थायी प्राचार्य के नहीं आने और प्रभारी प्राचार्य को वित्तीय पावर नहीं मिलने के कारण साफ सफाई पर भी आफत बनी हुई है. राशि निकासी नहीं होने स्थिति में कॉलेज रखे गये 14 मानव बल से किसी तरह दायं बायें साफ सफाई कराने की चर्चा हो रही है. मालूम हो कि 1953 से डीएस कॉलेज में स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. इस वर्ष से पूर्व भी उत्साह पूर्वक स्थापना दिवस मनाया गया था. जहां दर्शन शाह के प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद सेवानिवृत शिक्षक, प्राचार्यों को बुलाकर सम्मानित किया जाता रहा है. इतना ही नहीं पूर्व में वृहत स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर नवनामांकित छात्र छात्राओं को कॉलेज की विशेषताओं से अवगत कराया जाता था. साथ ही विभागाध्यक्ष व शिक्षकों का परिचयपाती छात्र छात्राओं से कराया जाता रहा है. इस वर्ष एक अगस्त को डीएस कॉलेज का स्थापना दिवस है. राशि निकासी नहीं होने की स्थिति में तैयारी को लेकर किसी तरह काम चलाया जा रहा है. शिक्षकों व कर्मचारियों की माने तो स्थापना दिवस मनाने को लेकर कॉलेज प्रशासन द्वारा जद्दोजहद किया जा रहा है. स्थिति इस तरह विकराल है कि माला व अगरबत्ती के लिए तरसना पड़ रहा है. इधर डीएस कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो शैलेन्द्र कुमार उपाध्याय की माने तो हर हाल में एक अगस्त को कॉलेज का 72वां स्थापना दिवस मनाया जायेगा. थोड़ी परेशानी है लेकिन साफ सफाई का कार्य शुरू करा दिया गया है. कॉलेज से करीब चौदह शिक्षक कॉपी मूल्यांकन में है. बावजूद सादे समारोह में स्थापना दिवस मनाये जाने की तैयारी अंतिम चरण में है.
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