– सदस्यों के नाम प्रतिलिपि लिखने के बाद नहीं मिलने से पार्षदों में आक्रोश कटिहार नगर निगम में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. एक ओर जहां एक ही व्यक्ति की नियुक्ति को दो जगह पर दिखाकर कोर पॉजिशन विभाग को भेज दिया जाता है. दूसरी ओर सशक्त स्थायी समिति में लिए मेजर निर्णयों को बोर्ड की बैठक में पारित नहीं कराया जाता है. इससे वार्ड पार्षदों में आक्रोश है. सशक्त स्थायी समिति में लिये गये निर्णयों के बाद सदस्यों को भेजी गयी प्रतिलिपि तक नहीं उपलब्ध हो पाती है. वार्ड पार्षदों व सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों का भी ऐसा कहना है. उनलोगों का कहना है कि स्टैंडिंग कमेटी में लिये गये निर्णय के बाद सभी को प्रतिलिपि भेजी जाती है लेकिन उनलोगों के पास पहुंच नहीं पाती है. वार्ड सचिव की नियुक्ति कर लिया गया, लेकिन उनलोगों द्वारा अब तक सेवा सम्पुष्टी के लिए वार्ड पार्षदों को इत्तेला तक नहीं दिया गया. उनलोगों को मानदेय तक उपलब्ध कराये जाने लगा. जबकि वार्ड सचिव वार्ड सदस्यों के सलहाकार के रूप में कार्य करने का प्रावधान है. बिगड़ती दिन प्रतिदिन व्यवस्था के विरोध में अब सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों में भी आक्रोश पनपने लगा है. कई वार्ड पार्षदों का कहना है कि सशक्त स्थायी समिति की बैठक में लिये गये निर्णयों की प्रतिलिपि वार्ड पार्षदों को मिलना चाहिए जो नहीं मिल पाती है. सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों का कहना है कि कई जगहों पर उनलोगाें को उपेक्षित कर निर्णय लिये जा रहे हैं. जिसमें कई बड़े- बड़े निर्णय शामिल हैं. एमटीएस में जहां 16 कर्मियों की नियुक्ति सरकार की ओर आदेशित है. तत्कालीन नगर आयुक्त द्वारा 24 की नियुक्ति कर लिया गया. इसकी भनक तक नहीं लगने दिया गया. मामले में उपमेयर मंजूर खान ने बताया कि सशक्त स्थायी समिति की बैठक में लिये गये निर्णयों की प्रतिलिपि सभी स्थायी सशक्त समिति के सदस्यों को उपलब्ध करा दी जाती है. वार्ड पार्षदों को इसकी प्रतिलिपि नहीं दी जाती है. कई निर्णयों को बिना बोर्ड में पारित कराये कार्य नहीं कराया जाता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है