– जान जोखिम में डालकर ग्रामीण कर रहे आवागमन कोढ़ा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कोलासी से मिलन चौक, यादव टोली, शिवाडीह होते हुए सोनबरसा गांव तक प्रस्तावित सड़क का अब तक शिलान्यास नहीं हो पाया है. हजारों ग्रामीणों में नाराजगी है. यह मार्ग किसानों, छात्रों, मजदूरों व व्यापारियों के लिए अत्यंत आवश्यक है. क्योंकि यही एक मुख्य संपर्क मार्ग है जो उन्हें स्थानीय बाजारों और अन्य गांवों से जोड़ता है. वर्तमान में इस सड़क की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि राहगीरों को जान हथेली पर लेकर यात्रा करनी पड़ रही है. गड्ढों व टूटी हुई सतह के कारण दुपहिया, चारपहिया वाहनों का चलना अत्यंत जोखिमभरा हो गया है. बरसात के मौसम में हालात और भी भयावह हो जाता है. जब पानी भरने से गड्ढे दिखाई भी नहीं देते. वृंदावन गांव के समीप बने एक पुराने कल्वर्ट में लगभग दो फीट चौड़ा और आठ फीट गहरा गड्ढा हो गया है. दुर्घटनाएं होती रहती हैं. ग्रामीणों ने खुद अपनी सूझ-बूझ से इस गड्ढे को चिन्हित करने के लिए उसमें पेड़ की टहनियां और प्लास्टिक की बोतलें बांधकर चेतावनी चिह्न बनाया. यह दृश्य एक ओर ग्रामीणों की जागरूकता को दर्शाता है, तो दूसरी ओर विभागीय उदासीनता की पोल खोलता है. ग्रामीणों ने पथ निर्माण विभाग और जिला प्रशासन से यह मांग की है कि इस सड़क का अविलंब शिलान्यास कर निर्माण कार्य शुरू किया जाय. ताकि क्षेत्र के हजारों लोगों को राहत मिल सके.
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