– 1000 पुरुष मतदाता की तुलना में अब 907 है महिला मतदाता कटिहार लोकतांत्रिक व्यवस्था में मतदाता सूची में महिलाओं के पात्र महिलाओं के नाम जोड़ने व चुनाव के समय अधिक से अधिक मतदान करने के लिए महिलाओं को प्रेरित किया जाता है. कई बार तो भारत निर्वाचन आयोग व अन्य संस्थाओं की ओर से महिलाओं को मतदाता बनने व मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान भी चलाया जाता है. पर करीब एक महीने तक चले विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान अद्गीकांश महिलाओं के नाम ही हटे है. एसआईआर ले बाद प्रकाशित ड्राफ्ट मतदाता सूची के कई आंकड़े चौंकाने वाले है. विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद प्रकाशित ड्राफ्ट मतदाता सूची पर भरोसा करें तो पूर्व में प्रकाशित मतदाता सूची की तुलना में महिला वोटरों की संख्या कम गयी है. यानी महिला लिंगानुपात में भारी कमी आयी है. ऐसा प्रतीत होता है कि एसआईआर के दौरान पुरुषों की अपेक्षा महिला मतदाता ओं के नाम अधिक कटे है. कटिहार जिले के सातों विधानसभा क्षेत्र में मतदाता लिंगानुपात के मामले में करीब छह महीने पूर्व यानी जनवरी 2025 की अपेक्षा एसआईआर के बाद पहली अगस्त को जारी ड्राफ्ट मतदाता सूची के अनुसार मतदाता लिंगानुपात भारी कमी आ गयी है. उल्लेखनीय है कि विशेष संक्षिप्त मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम के बाद अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन सात जानवरी 2025 को किया गया था. प्रकाशित उस अंतिम मतदाता सूची के अनुसार कटिहार जिला मतदाता लिंगानुपात में 923 है. जबकि एसआईआर के बाद एक अगस्त को जारी प्रारूप मतदाता सूची में कटिहार जिले का मतदाता लिंगानुपात 907 हो गया है. मतदाता लिंगानुपात में कोढ़ा अव्वल, कदवा फिसड्डी निर्वाचन कार्यालय के मुताबिक एसआईआर के बाद एक अगस्त 2025 को जारी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट के अनुसार कटिहार जिले में 1000 पुरूष पर 907 महिला मतदाता है. जबकि संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के बाद सात जनवरी 2025 को जारी अंतिम मतदाता सूची के अनुसार कटिहार जिले में 1000 पुरुष मतदाता की अपेक्षा 923 महिला मतदाता थी. यह भी उल्लेखनीय है कि जनसंख्या 2011 को देखे तो 1000 की तुलना में 919 महिलाएं है. अभी तीन दिन पहले जारी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट के अनुसार मतदाता लिंगानुपात में सबसे बेहतर स्थिति कटिहार जिले के कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र की है. इस विधानसभा क्षेत्र में 1000 पुरुष मतदाता की तुलना में अब 946 महिला मतदाता है. जबकि मतदाता लिंगानुपात में सबसे खराब स्थिति कदवा विधानसभा क्षेत्र की है. इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 1000 मतदाता पर 889 महिला मतदाता है. मतदाता लिंगानुपात को बेहतर करना चुनौतीपूर्ण तीन महीने बाद विधानसभा चुनाव होना है. माना जा रहा है कि सितंबर में कभी भी अधिसूचना जारी हो सकती है. हालांकि विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद इन दिनों दावा-आपत्ति लेने का काम शुरू हो गया है. आगामी एक समय एक सितंबर तक दावा-आपत्ति लिया जायेगा. जबकि 30 सितंबर को अंतिम रूप से मतदाता सूची का प्रकाशन होगा तथा इसी मतदाता सूची के आधार पर विधानसभा चुनाव कराया जायेगा. जानकारों की माने तो महिला लिंगानुपात में कमी होना एक चिंता का विषय है. भारत निर्वाचन आयोग एवं जिला प्रशासन के लिए अधिक से अधिक महिलाओं मतदाताओं को वोटर लिस्ट में जोड़ना एक चुनौतीपूर्ण बन गया है. उल्लेखनीय है कि पिछले कई चुनाव से मतदान में पुरुषों की तुलना में महिलाओं के अधिक भागीदारी रही है. कटिहार जिले में भले ही मतदाताओं में आधी आबादी की संख्या पुरुषों से कुछ कम रही हो. पर मतदान में वह पुरुषों से आगे रहती है. विधानसभा 2015 व 2020 तथा लोकसभा चुनाव 2019 व 2024 में भी आधी आबादी ने पुरुषों से अधिक मतदान किया है. आंकड़ों में मतदाता लिंगानुपात की स्थिति विधानसभा क्षेत्र- मतदाता- लिंगानुपात लिंगानुपात (जनवरी 25) 01 अगस्त25 ——————– ——— ————– ———– कटिहार (63)- 264675- 941 934 कदवा (64)- 273293- 923 889 बलरामपुर (65)- 341566- 916 892 प्राणपुर (66)- 307747- 915 897 मनिहारी (67)- 289586- 902 892 बरारी (68)- 276482- 908 902 कोढ़ा (69)- 291460- 960 946 —————– ——- कुल- 2044809- 923 907
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