गोगरी. प्रखंड स्थित ट्राईसम भवन में 18 वर्ष तक के दिव्यांगजनों का दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के कार्यक्रम का समापन हो गया. कार्यक्रम के दूसरे दिन लगभग 75 दिव्यांंगों के सर्टिफिकेट की जांच की गयी. समाज कल्याण विभाग के आदेश अनुसार युद्ध स्तर पर चलाये जा रहे यूडीआइडी कार्ड बनाने को लेकर पूरे जिले भर में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. जिसके तहत दिव्यांगजन एक विशेष प्रकार का पहचान पत्र प्राप्त करेंगे. तत्पश्चात उन्हें सरकारी सहयोग प्राप्त होगा. इस अवसर पर दिव्यांगजन कल्याण समिति सह एपीडब्ल्यूडी के प्रदेश संयुक्त सचिव सह जिला अध्यक्ष पवन कुमार पासवान ने कहा कि इस लाभकारी योजनाओं के लिए सरकार प्रयासरत है. यह प्रमाण पत्र दिव्यांगजनों को होना अनिवार्य है ताकि समस्त योजनाओं का लाभ यूडी कार्ड के माध्यम से दिव्यांगजन सरकारी लाभ से वंचित नहीं हो पायेंगे. हालांकि इस कार्ड बनाने में काफी शिथिलता देखी गयी. डाटा ऑपरेटर के लापरवाही के वजह से बहुत से दिव्यांगजनों को बेरंग घर लौटना पड़ा. इससे आहत संघ के जिला सचिव दिलीप पासवान ने कहा कि इस तरह की व्यवस्था से जिला प्रशासन एवं सिविल सर्जन को अवगत कराया जायेगा ताकि इस प्रकार की परेशानियां दिव्यांगजन को नहीं हो. वहीं प्रखंड अध्यक्ष रामदेव पासवान ने असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में दिव्यांगजनों को पानी तक पीने की व्यवस्था नहीं की गयी थी. जिसे तमाम दिव्यांगजनों को इधर-उधर भटकते हुए देखा गया. इस अवसर पर अरमान अली, सुरेश मंडल, विनय कुमार मिश्रा, संदीप पटेल, बृजेश कुमार, अंशद आलम सहित सैकड़ों दिव्यांगजन मौजूद थे. प्रमाण पत्र बनाने के कार्यक्रम का समापन हो गया. कार्यक्रम के दूसरे दिन लगभग 75 दिव्यांग के सर्टिफिकेट की जांच की गयी. समाज कल्याण विभाग के आदेश अनुसार युद्ध स्तर पर चलाये जा रहे यूडीआईडी कार्ड बनाने को लेकर पूरे जिले भर में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. जिसके तहत दिव्यांगजन एक विशेष प्रकार का पहचान पत्र प्राप्त करेंगे. तत्पश्चात उन्हें सरकारी सहयोग प्राप्त होगा. इस अवसर पर दिव्यांगजन कल्याण समिति सह एपीडब्ल्यूडी के प्रदेश संयुक्त सचिव सह जिला अध्यक्ष पवन कुमार पासवान ने कहा कि इस लाभकारी योजनाओं के लिए सरकार प्रयासरत है. यह प्रमाण पत्र दिव्यांगजनों को होना अनिवार्य है ताकि समस्त योजनाओं का लाभ यूडी कार्ड के माध्यम से दिव्यांगजन सरकारी लाभ से वंचित नहीं हो पायेंगे. हालांकि इस कार्ड बनाने में काफी शिथिलता देखी गयी. डाटा ऑपरेटर के लापरवाही के वजह से बहुत से दिव्यांगजनों को बेरंग घर लौटना पड़ा. इससे आहत संघ के जिला सचिव दिलीप पासवान ने कहा कि इस तरह की व्यवस्था से जिला प्रशासन एवं सिविल सर्जन को अवगत कराया जायेगा ताकि इस प्रकार की परेशानियां दिव्यांगजन को नहीं हो. वहीं प्रखंड अध्यक्ष रामदेव पासवान ने असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में दिव्यांगजनों को पानी तक पीने की व्यवस्था नहीं की गयी थी. जिसे तमाम दिव्यांगजनों को इधर-उधर भटकते हुए देखा गया. इस अवसर पर अरमान अली, सुरेश मंडल, विनय कुमार मिश्रा, संदीप पटेल, बृजेश कुमार, अंशद आलम आदि मौजूद थे.
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