Bihar News: गंगा नदी में स्नान के दौरान मल्हीपुर घाट पर रील बना रहे तीन युवक डूब गया. दो युवक की मौत हो गयी. जबकि तीसरे युवक को स्थानीय लोगों ने गंगा नदी से बाहर निकाल लिया. बेहोश युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. घटना सोमवार सुबह दस बजे की बताया जा रहा है. बताया जाता है कि चित्रगुप्त नगर थाना क्षेत्र के सन्हौली वार्ड संख्या 23 हाजीपुर मुहल्ला निवासी दिनेश साह के 19 वर्षीय पुत्र किशन कुमार व वार्ड संख्या 24 निवासी शंभू सहनी के 18 वर्षीय पुत्र अमित सहनी अन्य दोस्त राजेश सहनी के 22 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार सहित आधे दर्जन से अधिक लोगों के साथ मुंगेर मल्हीपुर छर्रापट्टी गंगा घाट पर स्नान करने के लिए गया था.
स्नान के दौरान नदी में किशन व अमित सहनी के साथ राहुल रील बनाने लगा. देखते ही देखते किशन व अमित डूब गया. नदी में डूब रहे राहुल को स्थानीय लोगों ने पानी से बाहर निकाल लिया. तब तक किशन व अमित की गंगा नदी में डूब गया.
भोले नाथ पर जलाभिषेक करने के लिए स्नान करने गये थे दोनों युवक
दिनेश साह के पुत्र किशन कुमार व शंभू सहनी के पुत्र अमित सहनी शिव मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए मुंगेर गंगा घाट पर स्नान करने गया था. जल लेकर मंदिर में पूजा पाठ करते. इसी दौरान नदी में रील बनाने के दौरान किशन व अमित डूब गया. नदी में स्नान कर रहे राहुल ने किशन व अमित को रील बनाने से मना किया. लेकिन दोनों युवक नहीं माना.
डूब रहे दोनों युवक को बचाने गये राहुल बेहोश हो गया. स्थानीय लोगों की मदद से पहले राहुल को पानी से निकाल कर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. स्थानीय लोगों ने गंगा नदी से किशन व अमित का शव बरामद किया. बेगूसराय जिले के साहेबपुरकमाल थाना की पुलिस ने दोनों शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.
परिवार का एकलौता चिराग था किशन
सोमवार की पहली सोमवारी को जलाभिषेक के लिए गंगा नदी दोस्तों के साथ स्नान करने गये दिनेश साह के 19 वर्षीय पुत्र किशन कुमार एकलौता चिराग था. किशन 11 वीं का छात्र था. किशन दोस्त अमित सहनी व राहुल कुमार के साथ मुंगेर गंगा घाट पर स्नान के दौरान रील बना रहा था. जिसके कारण हादसा हुआ.
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दस साह पहली सोमवारी के दिन किशन के चाचा की डूबने से हुई थी मौत
मृतक किशन के दादा कुमोद सहनी बिलख-बिलख कर रो रहे थे. कुमोद सहनी ने बताया कि गंगा स्नान करने के लिए मुंगेर जाने से मना किया था. लेकिन किशन दोस्तों के साथ गंगा घाट पर स्नान के लिए चला गया था. उन्होंने बताया कि पहली सोमवारी को उनका पुत्र दस साल पहले बूढ़ी गंडक में स्नान के दौरान डूब गया था. कहा कि जब से सोमवारी को पुत्र मुकेश सहनी की डूबने से मौत हुई तब से स्नान करने के लिए जाने वाले परिवार के सदस्यों को वह मना करते रहते थे. यदि उनकी बात बच्चे मान लेते तो आज घटना नहीं होती.