किशनगंज. मारवाड़ी कॉलेज किशनगंज में बीए व बीएससी के नवनामांकित छात्र-छात्राओं के लिए शुक्रवार को ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें प्राचार्य प्रो डॉ संजीव कुमार ने कहा कि उच्च शिक्षा केवल पाठ्यक्रम की पढ़ाई नहीं है, बल्कि यह एक संपूर्ण व्यक्तित्व निर्माण की प्रक्रिया है. स्नातक की पढ़ाई में ही विद्यार्थियों की दिशा और दशा तय होती है. यदि शुरुआत अनुशासन, सकारात्मक सोच और कठोर परिश्रम से की जाए, तो सफलता निश्चित है. उन्होंने पूर्णिया विश्वविद्यालय में समर्थ पोर्टल से पहली बार स्नातक कोर्स में नामांकन हुआ है. सीबीसीएस स्नातक कोर्स में प्रत्येक सेमेस्टर में सीआईए में उत्तीर्ण होना आवश्यक है. 75 फीसदी वर्गोपस्थिति अनिवार्य है. विद्यार्थियों के लिए महाविद्यालय में खेलकूद व पुस्तकालय की भी सुविधा उपलब्ध है. पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रो डॉ एके पांडेय ने कहा कि विद्यार्थियों को सदैव जिज्ञासु और सीखने के लिए उत्सुक रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल करियर गढ़ने का साधन नहीं है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी माध्यम है. हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो डॉ सजल प्रसाद ने चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम की संपूर्ण जानकारी दी और छात्रों की शंकाओं का समाधान किया. उन्होंने कहा कि प्रथम मेधा सूची के अनुसार मारवाड़ी कॉलेज में 1477 छात्र-छात्राओं का नामांकन हुआ जिसमें लगभग 70 फीसदी लड़कियां हैं. द्वितीय मेधा सूची में चयनित विद्यार्थियों का नामांकन 01 से 04 अगस्त तक किया जाएगा. इस अवसर पर पूर्व अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष केडी पोद्दार गणित विभागाध्यक्ष डॉ मनारुल हक, भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉ पार्थ बागची एवं प्राध्यापक डॉ अनुज कुमार मिश्रा, अर्थशास्त्र विभाग के डॉ रमेश कुमार सिंह तथा राजनीति शास्त्र विभागाध्यक्ष संतोष कुमार सहित प्रभारी प्रधान लिपिक रविकांत गुंजन, प्रभारी लेखपाल अर्णव लाहिड़ी, राजकुमार, आशुतोष, प्रदीप दास शामिल थे.
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