किशनगंज
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा अनुशंसित एवं काउंसिलिंग में चयनित सफल प्रधानाध्यापकों में से अधिकतर ने ज्वाइन करने में रुचि नहीं दिखाई. जिले के 2 उच्च माध्यमिक विद्यालय एक बार फिर प्रधानाध्यापक विहीन ही रह गए. योगदान करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई तक पूरे जिले के सिर्फ 63 उच्च माध्यमिक विद्यालयों में ही प्रधानाध्यापकों ने पदभार ग्रहण किया .गौरतलब है कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा सीधे प्रधानाध्यापक की बहाली हुई थी. जिसमें 115 प्रधानाध्यापक को किशनगंज जिला आवंटित किया गया था. जिसमें 83 शिक्षकों ने ज्वाइनिंग लेटर प्राप्त किया. जबकि 32 शिक्षकों ने ज्वाइनिंग लेटर तक नहीं लिया. 20शिक्षक ऐसे भी हैं जिन्होंने ज्वाइनिंग लेटर लेने के बाद भी ज्वाइन नहीं किया कुल मिलाकर 115 शिक्षकों में से सिर्फ 63 शिक्षकों ने ही योगदान किया हैं. 52 उच्च माध्यमिक विद्यालय एक बार फिर प्रधानाध्यापक के बगैर ही संचालित होगा.दूरी के कारण प्रधानाध्यापकों ने नहीं किया योगदान
मिली जानकारी के अनुसार प्रधानाध्यापक में चयनित अधिकांश शिक्षक अन्य जिलों से हैं जिन्होंने अपने गृह जिले से बाहर ज्वाइन करने में रुचि नहीं दिखाई.क्या कहते हैं आरडीडीई
किशनगंज जिले में 115 प्रधानाध्यापक को स्कूल अलॉट हुआ था जिसमें से 63 ने योगदान किया है.जहां प्रधानाध्यापक योगदान नहीं किए है. उन विद्यालयों में विभागीय निर्देश के अनुसार वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी.कुंदन कुमार, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, पूर्णियां
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