गलगलिया इंडो-नेपाल सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 41वीं वाहिनी की सी कंपनी पानीटंकी के जवानों ने सात युवतियों को मानव तस्करी गिरोह से बचा लिया गया. सातों युवतियां नेपाल की रहने वाली बताई गई है. इसमें से एक युवती नाबालिग बताई गई है. इस मामले में एसएसबी ने दो आरोपितों अपने हिरासत में लिया. आरोपितों का नाम जापान गुरुंग और दीपेश गुरुंग हैं. जापान गुरुंग नेपाल का निवासी बताया गया है जबकि दीपेश गुरुंग नक्सलबाड़ी थाना क्षेत्र का रहने वाला बताया गया है. एसएसबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों तस्कर उक्त सातों युवतियों को भारतीय डाक्यूमेंट पासपोर्ट बनाने के लिए नेपाल से भारत लेकर आ रहे थे. उसी दौरान एसएसबी जवानों ने पकड़ लिया. एसएसबी सूत्रों मिली जानकारी के अनुसार दोनों तस्कर सातों युवतियों को पासपोर्ट बनाकर हांगकांग भेजने की तैयारी थी. एसएसबी सातों युवतियों और दोनों आरोपितों को खोरीबाड़ी थाना में सौंप दिया. गौरतलब है कि बीते 22 जुलाई को इसी सीमा से होकर एसएसबी ने एक 16 वर्षीय नाबालिग को मानव तस्करी गिरोह से बचाया था. इस मामले में एसएसबी ने एक मां-बेटा नेपाली नागरिकों को अपने हिरासत में भी लिया था. दोनों मां-बेटा उक्त 16 वर्षीय नाबालिग को मानव तस्करी के उद्देश्य से जबरन नेपाल से भारत के अरुणाचल प्रदेश ले जा रहे थे. लेकिन एसएसबी ने इससे पहले ही पकड़ लिया.
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