सूर्यगढ़ा. प्रखंड के उरैन में जमालपुर-किऊल रेलखंड के अंतर्गत गेट संख्या 31-सी के बीच बने अंडरपास पुल एवं (एलएचएस) ने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. लगातार बारिश में कजरा-उरैन मुख्य सड़क टूट गयी है. जिससे कजरा से उरैन का सड़क संपर्क भंग हो गया है. शनिवार की तड़के से ही उरैन क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों के लोगों को प्रखंड मुख्यालय सूर्यगढ़ा एवं कजरा से सड़क संपर्क पूरी तरह भंग हो गया है. ग्रामीणों की शिकायत पर शनिवार के अपराह्न डीएम मिथिलेश मिश्र, डीडीसी सुमित कुमार और सूर्यगढ़ा बीडीओ मधुप मंज़ूल मधुकर ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. डीएम ने आरईओ विभाग को तत्काल सड़क मरम्मत का निर्देश दिया. उन्होंने स्पष्ट कहा कि यहां बना अंडरपास पुल सफल नहीं है, क्योंकि पहाड़ से आने वाला पानी सीधे भराव कर देता है. उन्होंने यह भी बताया कि इस एलसी गेट पर आरओबी (रेल ओवरब्रिज) निर्माण के लिए प्रस्ताव विभाग को भेज दिया गया है. ग्रामीणों ने पहले ही इस अंडरपास के निर्माण का विरोध किया था और वर्षा जल निकासी एवं वैकल्पिक मार्ग की मांग की थी, लेकिन रेलवे विभाग और संवेदक ने आपत्तियों को नजरअंदाज करते हुए निर्माण पूरा करवा दिया. ग्रामीणों की शिकायत है कि अंडरपास बनने के बाद वर्षा जल निकासी का मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है. पहाड़ी से आने वाला पानी रेलवे ट्रैक तक भर जाता है. जिससे जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो रही है. लगभग आधा दर्जन से अधिक गांव की निकासी व्यवस्था ठप, करीब 40 हजार की आबादी इससे प्रभावित हो रही है. इसके पहले लोजपा रामविलास के प्रदेश उपाध्यक्ष रविशंकर प्रसाद सिंह उर्फ अशोक सिंह द्वारा भी स्थिति का जायजा लिया गया था. लोजपा नेता ने जिला प्रशासन से अविलंब सड़क की मरम्मती की मांग की है.
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